रीवा। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से ईओडब्ल्यू अफसर बनकर एक दर्जन से ज्यादा अधिकारियों को छापा डलवाने की धमकी देकर लाखों रुपए ठगने वाले पिता-पुत्र सहित एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। ईओडब्ल्यू भोपाल के महानिदेशक अजय शर्मा और अतिरिक्त महानिदेशक मोहम्मद शाहिद अवसार ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।
ऐसे में रीवा ईओडब्ल्यू एसपी वीरेन्द्र जैन के निर्देश पर 16 जनवरी को भोपाल से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर रीवा लाया गया है। ?जहां विवेचना कार्रवाई पूर्ण कर सोमवार की शाम एक आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। जबकि पिता और पुत्र को तीन दिन की कस्टडी रीवा श्वह्रङ्ख पुलिस ने ली है।
ये है मामला
ईओडब्ल्यू एसपी वीरेन्द्र जैन ने बताया कि 10 रुपए का इनामी आरोपी संजय मिश्रा पुत्र रामलोचन निवासी तिलक नगर रीवा को भोपाल से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के साथ में 2 सहयोगी भी पकड़ में आए है। जिसमे एक आरोपी उसका बेटा आष्कृत मिश्रा और रघुराजा गर्ग निवासी पन्ना हाल निवास नया बसेरा कोटरा सुल्तानाबाद भोपाल शामिल है। बता दें कि ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त का अधिकारी बनकर संजय मिश्रा ने शासकीय अधिकारियों व कर्मचारियों को छापे का भय दिखाकर अपने खाते में पैसे डलवाता था। उसने अपने यूनियन बैंक आफ इण्डिया नेहरू नगर शाखा रीवा के एकाउन्ट में 50000, 100000, 25000, 10000 की राशि जमा करवाया था।
ऐसे हुआ खुलासा
रीवा ईओडब्ल्यू कार्यालय में शिकायत आई कि जयकिशन द्विवेदी जल संसाधन विभाग ने 22 जुलाई 2021 को 1 लाख जमा किए। वहीं रामनरेश साकेत रेंजर उचेहरा सतना के घर में छापा डलवा देने के एवज में 50 हजार मांगे।लेकिन रामनरेश साकेत ने राशि बैंक खाते में नहीं डलवाई। बल्कि ईओडब्ल्यू को शिकायत कर दी। इसी तरह कालीचरण दुबे उप यंत्री जल संसाधन विभाग जिला सागर से डीपी शर्मा इंस्पेक्टर ईओडब्ल्यू बनकर यूनियन बैंक वाले खाते में 25,000 जमा करने के लिए कहा। लेकिन कालीचरण दुबे ने उक्त राशि जमा नहीं की और ईओडब्ल्यू रीवा में शिकायत कर दी।
दर्ज की एफआईआर
ईओडब्ल्यू एसपी वीरेन्द्र जैन ने सभी शिकायतों के आधार पर आरोपी संजय मिश्रा निवासी तिलक नगर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली। जहां 2 सितंबर 2021 को अपराध पंजीबद्ध होने के पूर्व संजय मिश्रा अपने बेटे आष्कृत मिश्रा के साथ रीवा छोड़कर भोपाल भाग गया। वह भोपाल में ही टीटी नगर क्षेत्र में एक कमरा किराए से लेकर रहने लगा। वहां पर उसने रघुराजा गर्ग निवासी पन्ना को अपना साथी बनाया। रघुराजा गर्ग के यूनियन बैंक टीटी नगर के बैंक खाते में शासकीय अधिकारियों को धमकी देकर पैसा जमा करवाने लगा।
इन जिलों के अधिकारियों से झांसा दिया
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि श्योपुर, सागर, रतलाम, शिवपुरी, गुना, टीकमगढ़, पन्ना, रीवा और सतना आदि जिलों के अधिकारियों से धमकी देकर राशि वसूल की थी। दावा है कि आरोपी बाप और बेटे यहां रघुराजा उर्फ राहुल गर्ग को अपना बैंक अकाउंट इस्तेमाल करने के एवज में 10 प्रतिशत शेयर देते थे। रघुराजा गर्ग के अकाउंट में भी ठगी कर 4 महीने में लगभग 3,60,000 जमा हुए। जहां संजय मिश्रा और उसके बेटे आष्कृत मिश्रा ने 10 प्रतिश राशि 36000 रुपए रघुराजा गर्ग को उसका हिस्सा दे दिया।
आदतन अपराधी है संजय मिश्रा
ईओडब्ल्यू अधिकारियों की मानें तो संजय मिश्रा आदतन अपराधी है। पूर्व में वर्ष 2019 में लोकायुक्त का अधिकारी बनकर शासकीय कर्मचारियों से पैसे ठगी करने के मामले में सिविल लाइन थाना रीवा में उसके विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध हुआ था। जिसमें भी वह फरार चल रहा है। न्यायालय से उसका गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। संजय मिश्रा दर्जनों सिम उपयोग करता था। बाप बेटे के पास से 4 मोबाइल और कई सिम बरामद हुए हैं।
इंस्पेक्टर डीपी शर्मा बताता था नाम
दावा है कि आरोपी संजय मिश्रा योजनाबद्ध तरीके से अपने कुछ साथियों को अपना नाम अपने मोबाइल नम्बर संजय मिश्रा की जगह डीपी शर्मा इंस्पेक्टर ईओडब्ल्यू लिखवाता था। जिससे अधिकारियों को जब वह फोन करता था तब शासकीय अधिकारियों के फोन में टू कालर में डीपी शर्मा इंस्पेक्टर ईओडब्ल्यू लिखा प्रदर्शित होता था। जिस कारण से अधिकारी यह मान लेते थे कि फोन डीपी शर्मा इंस्पेक्टर ईओडब्ल्यू ने ही किया है।
10 लाख से ज्यादा रुपए का किया लेनदेन
संजय मिश्रा ने पूछताछ में बताया कि पंचायत विभाग, सहकारिता विभाग, राजस्व विभाग, जलसंसाधन विभाग, खनिज विभाग, एमपीईबी विभाग के कई अधिकारियों का ठग चुका है। दावा है कि पिछले कई महीनों से बाप बेट और रघुराजा गर्ग के अकाउंट में फर्जीवाड़ा का पैसे डलवाता रहा है। तीनों के अकाउन्ट में 10 लाख रुपए से ज्यादा की राशि का लेनदेन हुआ है।
इंदौर
छापे का डर दिखाकर वसूली, पिता-पुत्र ने अफसर बनकर 10 जिलों के अधिकारियों से लिए 3.60 लाख, भोपाल से गिरफ्तार
- 18 Jan 2022