इंदौर। एमवाय अस्पताल में एचआईवी मरीज को थप्पड़ मारने वाले जूनियर डॉक्टर ने सुसाइड का प्रयास किया। इसके बाद साथी जूनियर डॉक्टरों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया। देर रात अस्पताल प्रबंधन के साथ संभागायुक्त माल सिंह भयडिया भी मौके पर पहुंचें। अस्पताल में तीन थानों का बल तैनात किया गया।
जूनियर डॉ. आकाश कौशल ने शुक्रवार रात मच्छर मारने की दवा की दो बोतल पीकर जान देने की कोशिश की। समय रहते उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। अब वह खतरे से बाहर है। डॉ. आकाश ने एक सुसाइड नोट भी लिखा, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। सुसाइड नोट में किसी को मुंह नहीं दिखा पाने की बात लिखी है।
28 अक्टूबर को सडक़ हादसे में घायल 55 वर्षीय व्यक्ति को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कैजुल्टी में जूनियर डॉ. आकाश कौशल ने मरीज का इलाज शुरू किया। अस्पताल के पर्चे के साथ मरीज की मेडिकल हिस्ट्री के पेपर्स भी अटैच्ड थे। डॉ. कौशल ने पेपर्स चेक किए तो उसमें ॥ढ्ढङ्क+ होना लिखा था। ये देख डॉ. आकाश नाराज हो गए, कहने लगे पहले क्यों नहीं बताया। मरीज का हाथ मरोड़ते हुए उसकी पिटाई कर दी।
परिवार के सदस्य ने वीडियो बना लिया और स्थानीय भाजपा नेता को भेज कर मामले से अवगत कराया। मामला एमवाय अस्पताल प्रशासन तक पहुंचा तो तुरंत डॉ. कौशल को सस्पेंड कर जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई।
यूनिट के दूसरे पेशेंट भी अवाक रह गए
मरीज के भतीजे कपिल ने बताया, चाचा का कहना था कि मेरी हालत ठीक नहीं है। पर्ची पर सब कुछ लिखा हुआ है। चाचा के इतना कहते ही डॉ. कौशल ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने हाथ मोड़ा और गालियां भी दीं। इस दौरान दूसरे डॉक्टर्स ने उन्हें रोकने की कोशिश की। सब कुछ इतना जल्दी हुआ कि घायल चाचा को कुछ समझ ही नहीं आया। यूनिट में एडमिट दूसरे पेशेंट और उनके परिजन भी अवाक रह गए।
साथी डॉक्टर ने मरीज के परिजन पर निकाली भड़ास
हादसे में घायल मरीज के पैर की गुरुवार को सर्जरी हुई, जिसमें रॉड डाली गई है। शुक्रवार रात करीब 12.30 बजे मरीज के पास उसकी दादी थी। तभी डॉ. कौशल का एक साथी जूनियर डॉक्टर दादी के पास आया। उन्हें गुस्से में चीखते हुए कहा कि तुम्हारे कारण हमारे साथी का जीवन बर्बाद हो गया। उसने जहर खा लिया है। तुम लोगों ने यह ठीक नहीं किया। इसके कुछ मिनट बाद ही ग्राउंड फ्लोर पर सुपिरटेंडेंट ऑफिस के सामने जूनियर डॉक्टरों ने हंगामा कर दिया।
इंदौर
जहर खाने वाले डॉक्टर की हालत खतरे से बाहर, घटना के बाद एमवायएच में जूनियर डॉक्टरों का हंगामा
- 04 Nov 2023