इंदौर। डॉं. वरूण कपूर-अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक द्वारा ब्लेक रिबन इनोवेटिव समाधान अभियान के तहत 637वीं कार्यषाला राजा रमन्ना सेंटर फार एडवांस टेक्नोलॉजी, इंदौरके सभागार में सायबर अपराधों के प्रति सतर्क एवं जागरूक करने के लिये प्रषिक्षित किया गया । इस कार्यषाला में संस्थान के 291 अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण सम्मिलित हुये। कार्यषाला में मुख्य रूप से संस्थान के डायरेक्टर डॉं. शकर वी. नाखे, स्टाफ क्लब के अध्यक्ष श्री गोविन्द परचानी सचिव डॉं. गुरूविन्दरजीत सिंह, इंचार्ज सुरक्षा श्री एस.बी. मानेरकर एवं सीआईएसएफ के उप सेनानी श्री विकास पाण्डेय उपस्थित रहे । कार्यषाला के प्रारंभ में प्रगत प्रौद्योगिकी संस्थान के स्टाफ क्लब के अध्यक्ष श्री गोविन्द परचानी द्वारा डॉं. वरूण कपूर को प्लांट भेट कर स्वागत किया गया । डॉं. कपूर ने कार्यषाला में संबोधित करते हुये बताया कि कम्प्यूटर/लेपटॉप एवं स्मार्ट फोन से सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग सूचनाओं के आदान प्रदान एवं संग्रह, वित्तीय/वाणिज्य एवं व्यापार, षिक्षा, सुरक्षा, डिजाइन, वैज्ञानिक शोध इत्यादि क्षेत्र में किया जा रहा है । सोषल मीडिया फेसबुक, व्हाटसअप, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, यू-ट्यूब, स्नेपचेट, टिकटॉक प्लेटफार्म के माध्यम प्रत्येक व्यक्ति की एक दूसरे तक पहॅूंच हो गई है । इस प्रौद्योगिकी ने हमारे दैनिक कार्यो को आसान बना दिया है वहीं अपराधियों के लिये यह प्रौद्योगिकी वरदान से कम नहीं है । सायबर अपराधी नये-नये तरीकों से घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं । महिलायें एवं बच्चें सायबर अपराधियों के आसान षिकार होते हैं क्योंकि उन्हें अच्छे-बुरे का अन्तर करना नहीं आता । सायबर अपराध का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है । सायबर अपराधों को नियंत्रित करने का सबसे सषक्त माध्यम-जागरूकता है । कार्यषाला के अंत श्री संस्थान के डायरेक्टर डॉं. शंकर वी. नाखे द्वारा डॉं. वरूण कपूर को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेट किया गया । कार्यषाला को सफल बनाने में निरीक्षक श्रीमती पूनम राठौर व उनकी टीम के सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।
इंदौर
जागरूकता ही सायबर अपराधों से बचने का माध्यम है -डॉं. वरूण कपूर
- 14 Oct 2023