ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल अंचल में ठंड अब जानलेवा हो गई है। सीधे शब्दों में कहें तो बीते 10 दिन में 300 से ज्यादा लोग हार्ट व ब्रेन अटैक के शिकार हुए हैं। इनमें से 39 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इनमें से भी 26 मौत ऐसे लोगों की हुई है जो ब्रेन हेमरेज के चलते अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ गए। यह अपने आप में काफी खतरनाक स्थिति हो जाती है। ग्वालियर-चंबल अंचल में हाड़ कपा देने वाली सर्दी और शीतलहर के कारण जयारोग्य चिकित्सालय के कार्डियोलॉजी और न्यूरोलॉजी विभाग, रतन ज्योति डालमिया हार्ट इंस्टीट्यूट, कल्याण मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल और बिड़ला अस्पताल में ब्रेन अटैक और हार्ट अटैक व अन्य दिल और दिमाग से जुड़ी परेशानियों लेकर 12 जनवरी से 21 जनवरी के बीच दस दिन में करीब 300 मरीज भर्ती हुए थे। इनमें से 10 दिन में 39 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में ज्यादातर मरीज ऐसे हैं जिनकी रास्ते में ही मौत हो चुकी थी और अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने उन्हें डेड घोषित किया, या फिर अस्पताल पहुंचने के कुछ देर बाद उनकी मौत हुई। इनमें से 207 मरीज हार्ट अटैक सहित हृदय संबंधी परेशानी लेकर अस्पताल में भर्ती हुए जिसमें से 13 की ही मौत हुई।
हार्ट अटैक से ज्यादा ब्रेन अटैक के मामले...
मृतकों में ब्रेन अटैक के मरीज सबसे ज्यादा हैं। न्यूरोलॉजी सहित शहर के प्रमुख अस्पतालों में ब्रेन अटैक के 94 मरीज भर्ती हुए जिसमें से 26 मरीजों की मौत हो गई। पिछले 10 दिन में एक भी दिन ऐसा नहीं गया, जबकि न्यूरोलॉजी में ब्रेन अटैक से किसी न किसी मरीज की मौत न हुई हो, जबकि हार्ट अटैक के 207 मामले आए और इनमें 13 लोगों की मौत हुई है।
ग्वालियर
जानलेवा हुई ठंड
- 22 Jan 2022