मेडिकल संचालक से मांगे 50 हजार; पकड़कर पुलिस को सौंपा, फिर भी नहीं हुई एफआइआर
भोपाल । ड्रग विभाग का रिटायर्ड चपरासी ओपी शर्मा फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर बनकर मेडिकल स्टोर की जांच करने पहुंच गया।
भोपाल के बागसेवनिया इलाके में स्थित ईश्वर मेडिकल स्टोर पर मंगलवार की सुबह ड्रग विभाग का रिटायर्ड चपरासी पहुंच गया। वह स्वयं को ड्रग इंस्पेक्टर बताते हुए दुकान का इंस्पेक्शन कराने की मांग करने लगा। संचालक ने उससे आईडी कार्ड मांगा तो वह ताले लगवाने की धौंस देने लगा।
यही नहीं कार्रवाई का डर बताकर उसने 50 हजार रुपए की मांग भी कर दी। संदेह होने पर दुकान के संचालक ने उस फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर को पुलिस के हवाले कर दिया। थाने में शिकायत भी की गई है, लेकिन पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की। थाना प्रभारी का कहना है कि दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया है।
मेडिकल संचालक से जानिए पूरा घटनाक्रम
आशुतोष कुमार के मुताबिक वह एम्स गेट नंबर दो के सामने ईश्वर मेडिकल स्टोर का संचालन करते हैं। मंगलवार की सुबह 11:30 बजे उनकी दुकान पर ड्रग डिपार्टमेंट का रिटायर्ड चपरासी पहुंचा। उसने स्वयं को ड्रग डिपार्टमेंट का इंस्पेक्टर बताया और दुकान का इंस्पेक्शन कराने की बात कही। उनकी उम्र को देख उस पर संदेह हुआ, तब उनसे आई कार्ड दिखाने की मांग की। उन्होंने नियमों में उलझाकर दुकान में ताले लगवाने की बात कही। इसके बाद आई कार्ड दिखाने से साफ इनकार कर दिया।
15 दिन पहले हुई है मेडिकल स्टोर की ओपनिंग
आशुतोष का कहना है कि हमारी दुकान 15 दिन पहले ही शुरू की गई है। ऐसे में आरोपी ने कहा कि दुकान शुरू कर ली और कुछ दिया भी नहीं। इसके बाद 50 हजार रुपए की मांग की। फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर होने के संदेह में हमने पुलिस को कॉल कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। हमने उस पर कार्रवाई के लिए थाने में शिकायती आवेदन दिया है। पुलिस ने अब तक एफआइआर दर्ज नहीं की है। ओपी शर्मा को पुलिस ने छोड़ भी दिया है।
भोपाल
ड्रग इंस्पेक्टर बन जांच करने पहुंचा रिटायर्ड चपरासी
- 16 Feb 2024