इंदौर। आरटीओ में लाइसेंस की व्यवस्था बिगड़ गई हैं। ऑटो चैकिंग में लगे अधिकारियों ने लाइसेंस पर से ध्यान हटा दिया है, यही कारण है कि बीते एक माह से अधिक समय के लाइसेंस पेंडिंग हो गए हैं।वहीं जो इक्का-दुक्का लाइसेंस निकल रहे हैं उनके प्रिंट काफी खराब आ रहे हैं, जिसमें आवेदक का सही तरीके से नाम तक नहीं दिख रहा है। परिवहन आयुक्त के आदेश के बाद परिवहन विभाग की टीम पूरे शहर में रिक्शाओं की जांच करने में जुटी है।
इस बार ऑटो रिक्शा को सीधे जप्त किया जा रहा है और उनका कोर्ट का चालान बनाया जा रहा है। परिवहन आयुक्त के आदेश के पालन के लिए आरटीओ ने अपने पूरे अमले को लगा दिया है। इतना ही नहीं कई एजेंट को भी इस टीम में अनाधिकृत रूप से शामिल कर लिया गया है। इधर इस कारण कार्यालय में बैठने वाले बाबू की संख्या ना के बराबर हो गई है, जिससे आरटीओ के सभी काम प्रभावित हो रहे हैं। वहीं लाइसेंस शाखा में तो हालात काफी खराब खराब है।
सूत्रों ने बताया बीते करीब एक माह के लाइसेंस पेंडिंग हो गए हैं। यह वह लोग हैं जो अपना ट्रायल एक माह पहले दे चुके हैं, लेकिन उनके लाइसेंस के प्रिंट अब तक नहीं आए हैं। वहीं जिन लोगों के लाइसेंस के प्रिंट निकले हैं। उस पर सही तरीके से नाम और जन्म दिनांक ही नहीं है। कई लोग इसकी शिकायत लेकर आरटीओ के पास पहुंचे हैं, क्योंकि सिस्टम से दोबारा प्रिंट निकालने के लिए दूसरी औपचारिकताएं करना होती है इसलिए इन्हें दूसरा प्रिंट भी नहीं मिल रहा है।
इंदौर
ड्राइविंग लाइसेंस का काम हुआ ठप्प, जो निकल रहे वो भी धुंधले
- 18 Dec 2021