इंदौर। नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने ड्रेनेज विभाग के अफसरों को निर्देश दिए हैं कि विभाग में आया कोई भी प्रकरण सात दिन से ज्यादा समय तक लंबित नहीं रहना चाहिए। शुक्रवार को वे विभाग का औचक निरीक्षण के कर रही थीं।
आयुक्त ने विभाग के बिल सेक्शन में प्राप्त होने वाले देयकों और फाइलों का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि बिल सेक्शन में प्राप्त देयकों को समय सीमा में आगे फार्वर्ड नहीं किया गया है। इस पर आयुक्त ने नाराजगी जताते हुए संबंधितों को लंबित फाइलों का समय सीमा में परीक्षण कर फार्वर्ड करने के निर्देश दिए। निगमायुक्त बोली कि जोन से प्राप्त होने वाली फाइलों में कोई क्वेरी हो या कमी हो, तो उसका निरीक्षण तीन दिन में करें। कोई भी फाइल नगर निगम मुख्यालय ड्रेनेज शाखा के बिल सेक्शन में सात दिन से ज्यादा नहीं रहना चाहिए। सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें। निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर, उपायुक्त लता अग्रवाल, कार्यपालन यंत्री सुनील गुप्ता और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
यशवंत सागर से बहाल हुआ जल वितरण
तीन दिन के लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार से यशवंत सागर से जल वितरण बहाल हो गया। हालांकि टंकियां नहीं भरने के कारण शुक्रवार को तीन टंकियों से जुड़े इलाकों में सीधी जल आपूर्ति की गई। नर्मदा परियोजना (शहर) के कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि जिन टंकियों से जुड़े क्षेत्रों में डायरेक्ट सप्लाई से पानी दिया गया है, उनमें संगम नगर, पल्हर नगर और किला मैदान टंकियां शामिल हैं। यंत्री ने बताया कि बीएसएफ कैंपस के पास सप्लाई लाइन में हुआ लीकेज गुरुवार देर रात सुधर सका। शनिवार से टंकियों से सामान्य जल वितरण हो सकेगा।
इंदौर
ड्रेनेज विभाग में कोई प्रकरण सात दिन से ज्यादा न रहे लंबित
- 09 Oct 2021