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इंदौर

तक्षशिला परिसर में जमीन देने की बात पर कांग्रेस के कार्यकर्ता बिफरे बोले- विवि के रक्षक ही भक्षक बन रहे, बैठक में हंगामा

  • 25 Sep 2021

इंदौर। देवी अहिल्या विवि में शुक्रवार को कार्यपरिषद की बैठक हंगामे के साथ शुरू हुई। विवि के तक्षशिला परिसर में भंवरकुआं थाने, मंदिर और पानी की टंकी के लिए जमीन देने के मुद्दे का विरोध करते हुए मप्र कांग्रेस कमेटी का प्रतिनिधि मंडल बैठक में नारेबाजी करते पहुंचे। सदस्यों के सामने जमीन देने का विरोध करने लगा। दोनों के बीच जमकर बहस हुई। कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने यहां तक कह दिया कि विवि के रक्षक ही भक्षक बन गए हैं।
देवी अहिल्या विवि में शुक्रवार को कार्यपरिषद की बैठक हुई। इसमें तक्षशिला परिसर में भंवरकुआं थाने, मंदिर और पानी की टंकी को लेकर जमीन देने पर निर्णय लिया जाना है। इसके साथ ही करीब 20 से ज्यादा मुद्दे बैठक में रखे गए। बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद मप्र कांग्रेस कमेटी के सदस्य नारेबाजी करते हुए जा पहुंचे। तक्षशिला परिसर में जमीन देने का विरोध करने लगे। देखते ही देखते हंगामा बढ़ता चला गया। मप्र कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि मंडल की कार्यपरिषद सदस्यों के साथ बहस शुरू हो गई।
इस बीच विवि के अन्य अधिकारी भी यहां पहुंचे और कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल को समझाने का प्रयास करने लगे। इस दौरान मप्र कांग्रेस कमेटी सचिव तेजप्रकाश राणे ने कार्यपरिषद सदस्यों को यहां तक कह दिया कि विवि उनके बस का नहीं, इसे बेच दो। विवि का निजीकरण कर दो। वहीं, प्रतिनिधि मंडल के एक और सदस्य के साथ कार्य परिषद की जमकर बहस हुई। इधर, सूचना पर पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा।
हंगामे के चलते कुलपति डॉ. रेणु जैन कार्यपरिषद की बैठक छोड़कर बाहर आ गईं। मप्र कांग्रेस कमेटी के सदस्यों से चर्चा कर समझाने का प्रयास किया। इस दौरान तेजप्रकाश राणे ने कह दिया कि कार्यपरिषद सदस्य उच्च शिक्षा मंत्री के चाटुकार के रूप में काम कर रहे हैं। ये विवि के रक्षक नहीं भक्षक बनकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये कार्यपरिषद सदस्य हैं, कोई नेता नहीं है। विवि का और यहां के कर्मचारियों का निजीकरण कर दो। उन्होंने विवि के आरएनटी मार्ग और तक्षशिला परिसर के यहां हो रहे अतिक्रमण को भी मुक्त कराने की बात कहीं इधर, कुलपति की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।