बिजली कर्मचारियों ने रातभर कार्य कर कम समय में सुधारी आपूर्ति व्यवस्था
इंदौर। बुधवार की रात जिले के बेटमा के रावत एवं विजेपुरा क्षेत्र में 52 किमी की गति से तूफानी हवाएं चली। इससे बिजली वितरण कंपनी की 33 केवी की दो लाइनों पर पचास फीट ऊंचे टीन शेड गिर गए। रात में कार्य प्रारंभ कर अनुमानित से आधी अवधि में बिजली व्यवस्था सुचारू की गई।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के इंदौर ग्रामीण अधीक्षण यंत्री डॉ. डीएन शर्मा ने बताया कि 33 केवी के उच्चदाब लाइन (फीडरों) पर बुधवार रात छ: स्थानों पर पचास फीट ऊंचे औद्योगिक इकाइयों के टीन शेड उड़कर गिर गए। इससे पोल क्षतिग्रस्त हो गए, तार टूट गए, इंसुलेटर खराब हो गए। डॉ. शर्मा ने बताया कि रात में ही कार्यपालन यंत्री श्री टीसी चतुवेर्दी ने अन्य दो इंजीनियरों समेत करीब अस्सी कर्मचारियों को लगाया। दोनों ही फीडरों पर करीब सवा तीन किमी क्षेत्र की लाइनें ठीक की गई, पोल ठीक किए गए, इंसुलेटर बदले गए। यह पूरा कार्य मात्र तेरह घंटे में पूर्ण किया गया। औसतन सवा तीन किमी क्षेत्र की उच्चदाब लाइन सुधारने, टनों वजनी टीन शेड हटाने, तार डालने व अन्य जरूरी कार्य में औसतन चौबीस घंटे का समय लग जाता है। कंपनी प्रबंधन ने इस कठिन कार्य को चुनौती मानकर अत्यंत कम समय में पूर्ण कर बिजली आपूर्ति व्यवस्था बहाल करने पर कर्मचारियों, अधिकारियों की प्रशंसा की हैं।
इंदौर
तिगुनी तेज हवाओं से उच्चदाब लाइनों पर गिरे शेड
- 09 Jun 2023