त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और वामदल साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले हैं। इस गठबंधन पर त्रिपुरा सरकार के कानून मंत्री ने तंज कसा है। जिसके बाद से माहौल और गर्म हो गया है।
त्रिपुरा में गोमूत्र पर सियासत, कांग्रेस और वामदल के गठबंधन पर BJP के मंत्री ने साधा निशाना
नई दिल्ली। त्रिपुरा के कानून मंत्री रतन लाल नाथ ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा है कि लोकतंत्र की बात करने से पहले दोनों विपक्षी दलों - सीपीएम और कांग्रेस को अपना मुंह गौमूत्र से धोना चाहिए। नाथ ने सीपीएम पर चल रही चर्चा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "उन्हें लोकतंत्र के बारे में बोलने से पहले अपने मुंह को गौमूत्र से धोना चाहिए।"
त्रिपुरा के कानून मंत्री रतन लाल नाथ ने आरोप लगाया कि वाममोर्चा के शासन के दौरान हजारों कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को सीपीएम के बदमाशों ने मार डाला।
नाथ ने व्यंग्यात्मक रूप से दोनों पार्टी के आपसी गठजोड़ पर कहा, "त्रिपुरा के लोग करारा जवाब देंगे और उन्हें बताएंगे कि क्या है।"
पूर्व मुख्यमंत्री समीर रंजन बर्मन का नाम लिए बगैर नाथ ने कहा कि पिता (समीर रॉय बर्मन) ने वामपंथियों के साथ गठबंधन करने की कोशिश की थी और अब बेटे (सुदीप रॉय बर्मन) ने भी इसी तरह की पहल की है। बता दें समीर रंजन बर्मन 1977 में बहुत ही कम वक्त के लिए सीपीएम के साथ गठबंधन सरकार का हिस्सा थे।
सीपीएम के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी ने कानून मंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, "हम उनकी बातों से हैरान नहीं हैं क्योंकि नियमित रूप से गोमूत्र पीने वाले लोगों का लोकतंत्र शब्द पर गुस्सा आना स्वाभाविक है।"
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की सचिव सजरिता लैटफलांग ने कहा, "हम साफ पानी से मुंह धोते हैं, लेकिन यह राज्य में उपलब्ध नहीं है। गौमूत्र से कुल्ला करना बीजेपी का काम है।"
एक दिन पहले त्रिपुरा सरकार के सूचना मंत्री ने गठबंधन की निंदा करते हुए कहा था कि लोग इसे वैसे ही खारिज कर देंगे जैसे पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ वाम दलों के गठबंधन को खारिज कर दिया गया था।
साभार लाइव हिन्दुस्तान
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त्रिपुरा में गोमूत्र पर सियासत
- 16 Jan 2023