कई कालेज और कोचिंग संस्थानों ने कक्षाओं में विद्यार्थियों की क्षमता कम की
इंदौर। कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंका से माता-पिता में डर है। खासकर जो विद्यार्थी शहर आकर शिक्षा ले रहे हैं उनके माता-पिता इस समय चिंता कर रहे हैं कि कहीं संक्रमण न बढ़ जाए। इसके चलते शहर के कई विद्यार्थी अब वापस अपने घर जाने लगे हैं।
हाल ही में बड़ी संख्या में शहर में फिर से विद्यार्थियों का आना हुआ है और ज्यादातर शिक्षण संस्थाएं शुरू हो चुके थे लेकिन संक्रमण के डर के कारण विद्यार्थी अब अपने घर से ही शिक्षा लेना चाहते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए हर वर्ष शहर में करीब डेढ़ लाख विद्यार्थी आते हैं इसमें से ज्यादातर शहर में आ चुके हैं और भंवरकुआ क्षेत्र के ज्यादातर होस्टल विद्यार्थियों से भर चुके हैं।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (देअवीवी) और सरकारी कालेजों के होस्टलों में भी विद्यार्थी आ चुके हैं। प्रदेश के सबसे बड़े होलकर साइंस कालेज और जीएसीसी में भी आफलाइन कक्षाएं शुरू हो चुकी है और पूरी क्षमता में विद्यार्थियों ने आना शुरू कर दिया था लेकिन अब फिर से 50 फीसद क्षमता से कक्षाएं संचालित की जा रही है। कई विद्यार्थियों की यह भी चिंता है कि होस्टल, मैस और कोचिंग की पूरे वर्ष की फीस भर चुके हैं। ऐसे में अगर वे इन सुविधाओं का लाभ नहीं ले पाए तो उन्हें आर्थिक नुकसान भी होगा।
इंदौर
तीसरी लहर की आशंका - इंदौर से वापस लौटने लगे विद्यार्थी
- 08 Dec 2021