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इंदौर

थाने के पास ही अपराध हो जाते हैं, पुलिस को पता ही नही चलता

  • 18 Sep 2021

11 सितम्बर को विजयनगर थाने से थोड़ी दूरी पर ही लुटेरो ने हमला किया था स्वर्गीय संगीता पाटिल पर, जिनके परिवार ने उनके अंगदान कर मानवता दिखाई है 
इन्दौर। एक बार फिर करीब तेईस महिनो बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था,केडेवर ऑर्गन डोनेशन हेतू फिर एक परिवार ने मानवता की मिसाल कायम की।
बावन वर्षीय डाक्टर संगीता पाटिल पर ग्यारह सितम्बर को थाना विजयनगर के आसपास ही हमला हुआ था,और पुलिस को पता भी ना चला उपचार हेतू उन्हे डी एन एस  अस्पताल में भर्ती कराया गया।डाक्टरो ने बताया कि उनमे ब्रेन डेड के लक्षण दिखाई दे रहे हैं।तत्पश्चात उन्हे तेरह सितंबर को चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ उनका उपचार चल रहा था।इसी दौरान मुस्कान ग्रुप के सदस्य लगातार डाक्टर संगीता पाटिल के परिवार से सम्पर्क कर काउन्सलिंग करते रहे, अंगदान के महत्व को बताया तब उनके परिवार ने  अंगदान की सहमति दी।इन्दौर से भोपाल तक करीब दो सौ किलोमीटर तक का ग्रीन कॉरिडोर बना।पहला ग्रीन कॉरिडोर चोइथराम अस्पताल से सी एच एल अस्पताल एवं दूसरा ग्रीन कॉरिडोर चोइथराम अस्पताल से भोपाल बनाया गया था।डाक्टर संगीता पाटिल के  अंगदान की सहमति उनके पूरे परिवार द्वारा दे दी गयी थी।उनकी एक किडनी चोइथराम अस्पताल दुसरी किडनी सी एच एल अस्पताल एवं लीवर बंसल अस्पताल भोपाल मे जरुरतमंद रोगियो को प्रत्यारोपित होने के लिए दे दिये गये।इसमे कमिशनर पवन शर्मा अध्यक्ष इन्दौर सोसायटी फॉर आर्गंन डोनेशन एवं सचिव डाक्टर संजय दिक्षित की अगुवाई में भेजा गया।इन्दौर में पहली बार किसी डाक्टर का अंगदान किया गया।दुख की घड़ी पाटिल परिवार में बहुत ही सरहनीय मानवीय कार्य की मिसाल कायम की  है।