की जा रही धडा-धड़ छापामार कार्यवाही।पर अधिकारीयो का ध्यान वहां व्याप्त गन्दगी में नही जाता।
विनी आहुजा-मो.7509155000
इन्दौर। इन दिनों पूरे शहर में गंदगी को लेकर शासन प्रशासन द्वारा स्वच्छता अभियान चलाये जा रहे है।एक तरफ।स्वच्छता में इन्दौर शहर चार बार नंबर वन पर आ चुका है।
वही शहर के सबसे बड़े दवा बाज़ार में गंदगी का साम्राज्य फैला हुआ है।और हर दिन वहां पर दवाई दुकानों मे छापामार कार्यवाही करनेवाले खाध और ओषधि विभाग के अधिकारीयो को कभी ये गंदगी दिखाई नही दी।और ना आज दिख रही है,जबकि देखा जाये तो जगह जगह साफ दिखाई दे रहा है कि लोगों ने अपनी दुकानों के खराब माल को उसी क्षेत्र मे डंप किया हुआ है। जो वहा जानेवाली जनता के लिये हानिकारक है।दवाईयों की आधे से ज्यादा दुकानो के दवा बाज़ार में होने से शहर की आधे से ज्यादा जनता यहाँ दवाईया लेने आती है।ऐसी स्तिथि मे यहाँ आनेवाले लोगों मे बीमारियाँ पनपने की संभावना बनी हुई है।क्युकी यहाँ पर दुकानदार खुद गंदगी करते है जो चीजे ये यहा डंप करते है नियमानुसार उनको ये सारी चीजे सिस्टम से करना चाहिए।दवा बाज़ार क्षेत्र में जो गंदगी का साम्राज्य है,उससे मक्खी,मच्छर पैदा होना स्वाभाविक है जहाँ एक तरफ डेंगू मलेरिया की रोकथाम के लिए चलाये जा रहे अभियान के लिये शहर की पूरी जनता शासन प्रशासन प्रयास कर रहे है।वही ये दवा व्यापारी नकली दवाईयं बेचने में व्यस्त है और यहाँ आनेवाले औषधी विभाग के अधिकारी छापा मारने में व्यस्त है फिर ध्यान तो नगार निगम और प्रशासन को ही देना है।ताकी दवा बाज़ार मे आनेवाले लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा हो सके।अब देखना ये होगा की दवा बाज़ार क्षेत्र मे सिर्फ छापेमारी ही होगी या यहाँ की गंदगी का भी सफाया होगा।