कभी भी आप दही को नमक के साथ मत खाईये । दही को अगर खाना ही है, तो हमेशा दही को मीठी चीज़ों के साथ खाना चाहिए जैसे कि चीनी, गुड, शक्कर या बूरे के साथ आदि ।
हम दही केवल बैक्टीरिया के लिए खाते हैं ।
दही को आयुर्वेद की भाषा में जीवाणुओं का घर माना जाता है, अगर एक कप दही में आप जीवाणुओं की गिनती करेंगे तो करोड़ों जीवाणु नजर आएंगे ।
अगर आप मीठा दही खायेंगे तो ये बैक्टीरिया आपके लिए काफ़ी फायदेमंद साबित होंगे ।
अगर आप दही में नमक डालेंगे तो दही के सारे बैक्टीरियल गुण खत्म हो जायेंगे....? क्योंकि नमक में जो कैमिकल्स है वह इन जीवाणुओं के दुश्मन है ।
आयुर्वेद में कहा गया है कि दही में ऐसी चीज़ मिलाएं, जो कि जीवाणुओं को बढाये ना कि उन्हें मारे या खत्म करे ।
दही को गुड़ के साथ खाईये, गुड़ डालते ही जीवाणुओं की संख्या मल्टीप्लाई हो जाती है और वह एक करोड़ से दो करोड़ हो जाते हैं । थोड़ी देर गुड मिला कर रख दीजिए ।
मिश्री को अगर दही में डाला जाये तो ये सोने पर सुहागे का काम करेगी ।भगवान कृष्ण भी दही को मिश्री के साथ ही खाते थे।
Health is wealth
दही में नमक डाल कर न खाएं
- 27 Oct 2021