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दंगे की साजिश रचने वालों से पूछताछ में खुल रहे राज, तीन साल से युवाओं को उकसा रहा था अल्तमस, और भी बनेंगे आरोपी

  • 30 Aug 2021

इंदौर। शहर में पिछले दिनों हुई घटनाओं के दौरान हिंदूवादियों की रैली में दंगा भड़काने की साजिश रचने वाले चारों आरोपियों को पुलिस ने रिमांड पर लिया है। इस दौरान इनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है। इस पूछताछ में कई चौंकाने वाले राज खुले हैं, जिनके आधार पर इस मामले में आगे की जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि इस मामले में और भी आरोपी बनेंगे। आरोपी अल्तमस जो दसवीं तक पढ़ा है उसके मोबाइल की जांच और पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि वह तीन साल से युवाओं को  उकसा रहा था और शहर का माहौल बिगाडऩा चाह रहा था।
एसपी आशुतोष बागरी ने बताया कि आरोपी अल्तमस और अन्य सोशल मीडिया पर भड़काऊ मैसेज चलाकर सांप्रदायिक माहौल बिगाडऩा चाहते थे। अल्तमस ने अपने साथ मोहम्मद इमरान उर्फ मुनाजिर (31)निवासी रानीपुरा, जावेद खान (32)निवासी कनाडिय़ा और सैय्यद इरफान अली उर्फ रशीद (34) निवासी गोया कॉलोनी को लोगों को भड़काने के लिए मानसिक तौर पर तैयार कर रखा था। आरोपी कट्टर मानसिकता के हैं। अल्तमस 10वीं तक पढ़ा है। यह तीन सालों से समुदाय विशेष के युवाओं को उकसाने का काम कर रहा था। इसके मोबाइल में हमें कुछ संवेदनशील रिकॉर्डिंग व भड़काऊ मैसेज मिले हैं। पुलिस रिकॉर्डिंग व मैसेज के आधार पर इससे जुड़े लोगों की लिंक टटोल रही है।
संदिग्ध वॉट्सएप ग्रुप मिले
अल्तमस खान निवासी इशाक कॉलोनी खजराना के मोबाइल में पुलिस को कई संदिग्ध वॉट्सएप ग्रुप मिले हैं। इनमें एसडीपीआई (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) और पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) संगठन से जुड़े लोगों के सक्रिय ग्रुप शामिल हैं। ज्ञात हो कि इन दोनों संगठनों पर सिमी से जुड़े होने के आरोप लगते रहे हैं।  इसके मोबाइल में पुलिस को 200 से ज्यादा लोगों से बातचीत की रिकॉर्डिंग भी मिली है।
ओवैसी की पार्टी से भी जुड़ा
एक-एक रिकॉर्डिंग के आधार पर पुलिस दोषियों का पता लगाकर उन्हें भी प्रकरण में सह आरोपी बनाएगी। यह भी पता चला है कि आरोपी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमिन से भी जुड़ा है।