इंदौर। भगवान भोलेनाथ की भक्ति में मंगलवार की अलसुबह से देर रात तक शहर डूबा रहा। लगभग सभी मंदिरों में महाशिवरात्रि का पर्व उत्साह से मनाया गया। शहर के प्रत्येक शिव मंदिर में भगवान का आकर्षक श्रृंगार किया गया और सुबह से श्रद्धालुओं की लाइन लगी रही।
शहर के प्रसिद्ध मंदिरों में खजराना गणेश मंदिर और रणजीत हनुमान मंदिर शामिल है। दोनों ही मंदिरों की ख्याति दूर-दूर तक फैली है। हजारों भक्तों की आस्था इन मंदिरों से जुड़ी है। मंगलवार को महाशिवरात्रि के उत्सव पर मंदिरों में भगवान का अद्भुत और भव्य श्रृंगार किया। खजराना गणेश मंदिर में भगवान का पंचामृत से अभिषेक कर भगवान को शुद्ध घी और सिंदूर लगाया। हरे रंग के वस्त्रों से भगवान का सुंदर श्रृंगार हुआ। लंबोदर के साथ विराजित रिद्धि-सिद्धि और शुभ-लाभ का भी आकर्षक श्रृंगार किया। भगवान को गुलाब, गेंदा और सफेद फूलों से बनी माला पहनाई। इसके साथ ही ध्रुवा से बनी माला भी भगवान को अर्पित की। पूरे विधि-विधान के साथ भगवान का पूजन अर्चन कर उनकी आरती की गई। मंदिर के पुजारी पंडित अशोक भट्ट के मुताबिक मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान का सुंदर श्रृंगार किया गया।
पंचामृत से किया बाबा रणजीत का श्रंगार
इधर, रणजीत हनुमान मंदिर में मंगलवार को भगवान का भोलेनाथ स्वरूप में श्रृंगार किया। सुबह भगवान का पंचामृत से अभिषेक किया। उन्हें तेल और सिंदूर का चोला चढ़ाया। भगवान हनुमान का शिव स्वरूप जैसे नए वस्त्र पहनाए। भगवान हनुमान जी को गुलाब से बनी माला पहनाई गई। मंदिर के गर्भगृह को भी विभिन्न फूलों से बनी मालाओं से सजाया। आंकड़े के पत्तों पर चंदन से सीता-राम लिखकर पत्तों की माला भी भगवान को अर्पित की। सिंहासन के आसपास भी फूलों की पंखुडिय़ों से सजावट की।
पंचग्रही योग में मनाया पर्व
कोरोना महामारी से राहत मिलने के बाद शिव आराधना का महापर्व महाशिवरात्रि मंगलवार को पंचग्रही योग में हर्षोल्लास से मनाया गया। मंगलवार सुबह से मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखने को मिली। पिछली बार की तरह ना धारा 144 का भय है ना ही गर्भगृह में प्रवेश पर रोक-टोक का। इसके चलते रात्रि के चारों पहर शिव पूजन किया गया। श्रद्धा व उल्लास के साथ शिव भक्तों ने मंदिर में पहुंचकर मनोवांछित फल के लिए भोले भंडारी का अभिषेक किया। कहीं भोले भंडारी और माता पार्वती का दुल्हा-दुल्हन के रूप में शृंगार तो कहीं महादेव की बारात में भक्त नाचते-थिरकते नजर आए। अलसुबह से घंटे-घडिय़ाल की ध्वनि के बीच भगवान के पूजा अर्चना का दौर शुरू हो गया जो देर रात तक देखने को मिला।
इन मंदिरों में रही भीड़
शहर के प्रचीन मंदिरों में भुतेश्वर महादेव मंदिर, गुटकेश्वर महादेव मंदिर, इंद्रेश्वर महादेव, देवगुराडिय़ा मंदिर में तो विशेष अनुष्ठान हुए ही साथ ही द्वादश ज्योर्तिलिंगों को समर्पित गेंदेश्वर द्वादश ज्योर्तिलिंग, श्रीश्री विद्याधाम, अन्नपूर्णा मंदिर में भी खासी संख्या में भक्त पहुंचे। शहर के तमाम छोटे-बड़े शिव मंदिरों में सुबह से ही जप, अनुष्ठान और पूजन का सिलसिला शुरू हो गया था।
भांग, धतूरा व बिल्वपत्र की जमकर बिक्री
महाशिवरात्री पर शहर में आंकड़े के फूल, धतूरा और बिल्वपत्र की भी खूब बिक्री हुई। बिल्वपत्र के दाम तो आम दिनों की तुलना में कई गुना बढ़े नजर आए। बिल्वपत्र विक्रेताओं ने पांच बिल्वपत्र 10 से 15 रुपये तक में बेची। शहर में सुबह से ही फलाहारी खिचड़ी के प्रसाद का वितरण भी शुरू हो गया था। शहर में जगह-जगह मंच बनाकर फलाहार का प्रसाद भक्तों को बांटा गया। देवगुराडिया दर्शन के लिए सैकड़ों लोग पैदल पहुंचे । बड़े वाहनों पर जिला प्रशासन ने लगाई रोक छोटी गाडिय़ों को प्रवेश दिया था।
इंदौर
देर रात तक भोलेनाथ की भक्ति में डूबा रहा शहर, मंदिरों में दर्शनों के लिए लगी रही लाइन
- 02 Mar 2022