विदिशा। ग्राम पंचायत पडऱात में एक ही गांव के अभ्यर्थियों ने पर्ची डालकर अपनी पंचायत का सरपंच निर्विरोध चुन लिया है, लेकिन अब ग्राम पंचायत से जुड़े दो अन्य गांव के लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। उनका आरोप है कि पर्ची प्रक्रिया में उन्हें शामिल नहीं किया गया और अन्य प्रत्याशियों पर दबाव बनाकर निर्विरोध निर्वाचन कराया गया है। विरोध स्वरूप ग्रामीणों ने निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर निर्वाचन शून्य घोषित कर पुन: नामांकन पत्र जमा कराने का आग्रह किया है।
इस संबंध में उप जिला निर्वाचन अधिकारी अमृता गर्ग का कहना है कि हमने रिटर्निंग आफीसर से मामले की जांच करा ली है। दबाव बनाने जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। सरपंच निर्विरोध निर्वाचित ही मान जाएगा। बता दें कि ग्राम पंचायत पडऱात में ग्राम चिडोरिया और खाईखेड़ा गांव भी शामिल हैं। हालांकि इन गांव से किसी भी व्यक्ति ने ग्राम पंचायत सरपंच के लिए आवेदन नहीं किया था, जबकि पडऱात गांव से 7 लोगों ने अपने नामांकन पत्र जमा किए थे। फार्म वापसी के दिन 10 मई को सभी सातों प्रत्याशी गांव के हनुमान मंदिर में पहुंचे और पर्ची डालकर एक कन्या से पंचायत को निर्विरोध निर्वाचित कर लिया। जब अन्य दो गांव के लोगों की इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने एतराज जताया और यहां तक कि जनपद और जिपं के चुनाव में मतदान नहीं करने तक की चेतावनी दे डाली। प्रशासन से मिलने आए नरेंद्रसिंह और ओमकारसिंह का कहना था कि हमने आवेदन देकर अपनी नाराजगी जताते हुए फिर से नामांकन प्रक्रिया कराने की मांग की थी, लेकिन अधिकारियों ने मना कर दिया। ग्रामीणों ने जनपद और जिपं चुनाव में मतदान नहीं करने की बात कही है। इस संबंध में निर्विरोध सरपंच बने सुरेंद्रसिंह दांगी का कहना है कि उनके गांव से कोई प्रत्याशी नहीं था, इसलिए हमने उन्हें बुलाना जरूरी नहीं समझा।
विदिशा
दावेदारों ने पर्ची डालकर चुन लिया पंचायत का निर्विरोध सरपंच, ग्रामीणों ने जताई आपत्ति
- 15 Jun 2022