‘किसी भी कलाकार के लिए ये किसी भी पेपर के परिणाम वाली बात है, क्योंकि हमने किसी चीज पर बहुत ज्यादा मेहनत की है। हमारे लिए, हमने जो भूमिका निभाई है, उसके लिए कई फिल्म फेस्टिवल में पुरस्कार जीतना वाकई में मेरे अंदर उत्साह और नर्वसनेस पैदा करता है’। दिव्या दत्ता ने कहा मुझे नर्वस होने में गर्व होता है और इस बात को स्वीकार करने में कोई शर्म नहीं है। दिव्या दत्ता ने मीडिया चैनल से खास बातचीत में कहा, ‘मैं ऐसे निर्देशकों के साथ काम नहीं करती जो बोलते हैं कि कुछ भी कर दो’। मेरा अनुभव ऐसा रहा है कि जब निर्देशक ने मुझसे कहा कि कुछ भी कर दो। उस वक्त ही मैंने निर्णय लिया कि कुछ निर्देशक एक उदाहरण बनाते हैं और कुछ उन्हें फॉलो करते। मैं उन निर्देशकों के साथ काम करना अधिक पसंद करती हूं जो मुझे पहले निभाए गए किरदारों से कुछ अलग करने के लिए देते हैं’।