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देवास में सरपंच पद से इस्तीफा देकर आदिवासी युवक बना शिक्षक

  • 10 May 2023

 पुंजापुरा/देवास।  आमतौर पर शासकीय सेवक नौकरी छोड़कर चुनाव के मैदान में उतरते हैं परन्तु देवास जिले के आदिवासी अंचल के युवा सरपंच बादल मुजाल्दे ने सरकारी शिक्षक के रूप में चयन होने पर सरपंची से त्यागपत्र दे डाला। आदिवासी युवक कुछ महीने पहले हुए पंचायत चुनाव में जीतकर गांव का सरपंच बना था। इसके पूर्व पिछले 8 वर्ष युवक की पत्नी ने गांव की सरपंची संभाली थी। पत्नी के ही कहने पर युवक ने सरकारी शिक्षक परीक्षा में चयन होने पर सरपंची से त्यागपत्र दे दिया।
सरपंच बादल मुजाल्दे ने दिया त्यागपत्र
युवक को फिलहाल बड़वानी जिले में पदस्थापना मिली है। मामला देवास जिला मुख्यालय से करीब 100 किमी से भी ज्यादा दूर जिले की आखिरी पंचायत कनाड़ का है। इस पंचायत में कनाड़ के अलावा तिवडिय़ा और सेमलीखेड़ा गांव भी है। इसी पंचायत के तिवडिय़ा निवासी 31 वर्षीय आदिवासी सरपंच बादल मुजाल्दे ने पिछले महीने त्यागपत्र दे दिया। त्यागपत्र देने के पीछे बड़ी रोचक वजह सामने आई है। दरअसल मुजाल्दे का चयन सरकारी प्राथमिक शिक्षक के रूप में हो गया। चयन होने के बाद उन्होंने सरपंची से ज्यादा शिक्षक बनने को तरजीह दी और तुरंत त्यागपत्र देकर शिक्षा विभाग में जाइन कर लिया। कुछ ही दिन सरपंच रहने के बाद बागरसिंह शिक्षक बन चुके हैं।