संपत्ति की भी जुटाई जा रही जानकारी
इंदौर। इंदौर नगर निगम के चर्चित डेढ़ सौ करोड़ के ड्रेनेज घोटाले में चौंकाने वाला राजफाश हुआ है। पुलिस ने महिला ऑडिटर सहित आठ को आरोपी माना है। सभी अफसर गिरफ्तारी के डर से घरों से गायब हो गए हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी पर इनाम की घोषणा कर संपत्ति की जानकारी जुटाने में लगी है।
बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की भी जांच की जा रही है। ड्रेनेज घोटाले में पहला केस 16 अप्रैल को राहुल बढेरा, रेणु बढेरा, जाकिर खान, सिद्दीकी खान और सादिक के खिलाफ दर्ज हुआ था। इसके बाद परतें खुलती गई और नगर निगम के अधिकारियों ने सात अपराध दर्ज करवाए।
इन लोगों को बनाया गया है आरोपी
विवेचना पूर्ण होने पर पुलिस ने पांच प्रकरणों में चालान पेश कर दिया। हालांकि, इन प्रकरणों में विवेचना आगे भी जारी रखी है। चालान में ऑडिटर सौम्या शुक्ला, पूनम चतुर्वेदी, जगतसिंह औरिया, अरुण शुक्ला, मुकेश श्रीवास्तव, शरद कतरोलिया, विक्रम वर्मा और जगदीश चौकसे को भी आरोपी बनाया गया है। इनके विरुद्ध मुलजिमों ने बयान दर्ज करवाए हैं। जानकारी मिलने के बाद सभी घरों से गायब हो गए हैं।
दबिश दी, लेकिन नहीं मिले
टीआई -विजयसिंह सिसोदिया ने बताया कि पुलिस ने कई बार दबिश दी, लेकिन आरोपी फोन बंद कर फरार हो गए हैं। सभी की गिरफ्तारी के लिए इनाम की घोषणा करवा दी गई है। पुलिस आरोपियों की चल-अचल संपत्ति की जानकारी भी एकत्र कर रही है। कुछ ने अग्रिम जमानत का प्रयास किया था। मगर, कोर्ट ने जमानत अर्जी खारिज कर दी।
कर्मचारी-ठेकेदारों का चालान पेश
टीआई के मुताबिक, ड्रेनेज और ट्रेंचिंग घोटाले के संबंध में कुल सात प्रकरण दर्ज हुए हैं। पुलिस इस मामले में राहुल बढेरा, रेणु बढेरा, जाकिर, सिद्दीकी, साजिद, इमरान, मौसम व्यास, राजेंद्र शर्मा, उदय सिंह, चेतन सिंह, अभयसिंह राठौर, राजकुमार सालवी और ऑडिटर समरसिंह परमार, अनिल गर्ग, रामेश्वर, मुरलीधरन के विरुद्ध चालान पेश कर चुकी है। मामले में अभय राठौर को मास्टरमाइंड बताया गया है। आरोपी राहुल और जाकिर अभय के इशारे पर फाइलें तैयार करते थे। दोनों के फर्जी हस्ताक्षरों की पुष्टि हैंड राइटिंग रिपोर्ट में हो चुकी है।
इंदौर
नगर निगम का ड्रेनेज घोटाला-फरार 8 आरोपियों पर पुलिस ने रखा इनाम
- 03 Aug 2024