महापौर पर सबसे अधिक निगाह, पार्षदों को भी फैसले का इंतजार
इंदौर। महापौर का ताज किसके सिर होगा। इस पद के 19 प्रत्याशियों में से कड़ा मुकाबला तो भाजपा के पुष्यमित्र भार्गव और कांग्रेस के संजय शुक्ला के बीच ही हुआ है। ऐसे में इन दोनों में से ही किसी एक के सिर पर ही महापौर का ताज होना तय माना जा रहा है। उधर, पार्षद पद के प्रत्याशियों की मेहनत का नतीजा भी 17 जुलाई को ही आएगा। इसके चलते अब सभी को इस तारीख का इंतजार है।
दरअसल नगर निगम चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया। भाजपा और कांग्रेस के महापौर तथा पार्षद प्रत्याशियों पूरे दमखम के साथ प्रचार किया और मतदाताओं का आशीर्वाद लिया, लेकिन मतदाताओं ने किसे वास्तविक रूप में यह आशीर्वाद दिया, इसका पता तो आने वाली 17 जुलाई को ही चलेगा। इसके पहले मतदान के पहले प्रचार के अंतिम दिन भाजपा का प्रचार मुख्यमंत्री के रोड शो के साथ समाप्त हुआ जबकि कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी का रोड शो व जनसम्पर्क बाणगंगा पर सम्पन्न हुआ। दोनों पार्टियों का सबसे अधिक फोकस महापौर के प्रत्याशियों की जीत पर है।
इस चुनाव में भाजपा के साथ ही कांग्रेस ने भी अपना पूरा दम लगा दिया है। दोनों पार्टियों का सबसे अधिक फोकस महापौर के प्रत्याशियों की जीत पर रहा। भाजपा ने 16 नगर निगमों के महापौर प्रत्याशियों को जीताने की जिम्मेदारी मंत्रियों को सौंप रखी थी। वहीं कांग्र्रेस की तरफ से दिग्गज नेताओं ने मोर्चा संभाल रखा है। ऐसे में यह चुनाव दोनों पार्टियों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। इस चुनाव में जीत हार का असर आगामी विधानसभा चुनाव पर भी पड़ेगा।
इंदौर में भाजपा प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव के लिए सांसद शंकर ललवानी, पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला ताकत लगा रहे हैं। वहीं कांग्र्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला के लिए पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और विजयलक्ष्मी साधो डटे हुए थे।
मतगणना की तैयारी, अधिकतम 32 राउंड तक चलेगी वोटों की गिनती
नगर निगम चुनाव के मतदान के बाद नेहरू स्टेडियम में बने स्ट्रांग रूम में सभी ईवीएम रख दी गई है। अब 17 जुलाई को मतगणना होगी, जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। माना जा रहा है कि वोटों की यह गिनती अधिकतम 32 राउंड तक चलेगी। इसके लिए अलग-अलग कक्षों में विधानसभावार वार्डोंं के मतों की गिनती की जाएगी।
हर वार्ड के लिए दो-दो टेबल
हर वार्ड के लिए दो-दो टेबल लगाने की तैयारी की गई है। इसमें महापौर के अलावा 85 वार्ड के पार्षद पदों के प्रत्याशियों को मिले मतों की गिनती होगी। नेहरू स्टेडियम में कड़ी सुरक्षा के बीच यह ईवीएम रखी गई हैं। यहां सिपाही 17 जुलाई तक चौबीसों घंटे अलग-अलग शिफ्ट में तैनात किए गए हैं। नगर निगम चुनाव के मतदान के बाद शहर के 2250 मतदान केंद्रों से मतदान दल रात साढ़े नौ बजे तक नेहरू स्टेडियम पहुंचते रहे। स्टेडियम में रात लगभग एक बजे तक स्ट्रांग रूम में ईवीएम जमा की जाती रही।
करना चाहते हैं निगरानी
कुछ उम्मीदवारों को आशंका है कि स्ट्रांग रूम में ईवीएम से कहीं छेड़छाड़ न हो, इसलिए वे नेहरू स्टेडियम में स्ट्रांग रूम के बाहर निगरानी करना चाहते हैं। इसके लिए महापौर के कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला सहित अन्य ने जिला निर्वाचन कार्यालय को आवेदन दिया है। इस बार के चुनाव में महापौर के चुनाव के अलावा कई वार्डोंं में पार्षद पद के प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। कम मतदान के कारण यह संभावना और बलवती हुई है कि कई पदों पर जीत-हार बहुत कम मतों के अंतर से होगी।
मांगी अनुमति
बहरहाल महापौर प्रत्याशी शुक्ला ने नेहरू स्टेडियम में रखी गई ईवीएम की निगरानी के लिए अपने कार्यकर्ताओं को भी बैठने की अनुमति जिला निर्वाचन अधिकारी से मांगी है। इसके लिए उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी प्रतुल सिन्हा ने इसकी पुष्टि की है।
इंदौर
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