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बड़वानी

नर्मदा के बढ़ते जलस्तर से प्राचीन मंदिर हुए जलमग्न

  • 29 Jul 2023

 आगे बढ़ते बैकवाटर ने बढ़ाई चिंता
 बड़वानी। शहर से करीब पांच किमी दूर नर्मदा तट राजघाट पर लगातार नर्मदा का जलस्तर बढ़ रहा है। कछार के ऊपरी बांधों से लगातार छोड़ रहे पानी और वर्षा के कारण राजघाट पर निरंतर बढ़ते जलस्तर के कारण बैकवाटर ने घाट सहित प्राचीन मंदिरों को जलमग्न कर दिया है। यहां स्थित प्राचीन श्री दत्त मंदिर भी आधा जलमग्न हो गया है। यह मंदिर क्षेत्र के लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है। वहीं घाट की छत्रियां व अन्य मंदिर भी जलमग्न हो चुके हैं।
निरंतर बढ़ रहा बैकवाटर अब चिंता बढ़ाने लगा है। राजघाट निर्माण समिति के पंडित सचिन शुक्ला के अनुसार मंदिर से आगे बढ़ रहा जलस्तर अब राजघाट को टापू बनाने की ओर अग्रसर है।
वहीं बढ़ते हुए बैकवाटर को देखने के लिए शहरवासी राजघाट पर पहुंचने लगे हैं। बैकवाटर के किनारे अस्थायी तटों पर नर्मदा मैया का पूजन कर रहे हैं। गौरतलब है कि इस बार जुलाई माह में ही खतरे के निशान से छह मीटर ऊपर नर्मदा पहुंच गई। इससे राजघाट अब डूब की जद में पहुंच गया हैं।
राजघाट में पीछे की ओर भी बैकवाटर जमा होने लगा हैं। इससे खेत जलमग्न होने लगे हैं। शुक्रवार शाम छह बजे नर्मदा का बैकवाटर लेवल करीब 129 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 123.280 से 6 मीटर ऊपर रहा।
बता दें कि सरदार सरोवर बांध के चलते राजघाट डूब में शामिल हैं।
हालांकि बीते वर्षों के दौरान नर्मदा का जलस्तर अगस्त व सितंबर माह में डूब की ओर बढ़ता हैं। इस बार बारिश के पहले से ही बांधों के टरबाइन चलने से नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। वर्तमान में पुराना पुल, नया घाट डूब चुका हैं। राजघाट पुल को लांघकर नर्मदा का जल अब तट की ओर आगे बढ़ा है।