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नर्मदा में उफान, खतरे के निशान से 13फीट दूर पानी:बरगी, बारना और तवा के गेट खोलने से 10फीट पानी बढ़ने की संभावना

  • 05 Aug 2024

नर्मदापुरम। मप्र में जबलपुर, मंडला, रायसेन, पचमढ़ी, बैतूल में हो रही लगातार बारिश से डैमो से पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे नर्मदा नदी उफान पर बह रही है। नर्मदापुरम में नर्मदा नदी का जलस्तर सामान्य से 20फीट ऊपर है। खतरे के निशान से फिलहाल 13फीट नीचे है। लेकिन सोमवार को जलस्तर 960फीट तक बढ़ने की संभावना है।
नर्मदा नदी के ऊपरी क्षेत्र भारी बारिश के कारण रविवार को नर्मदा नदी मंडला में खतरे के निशान से ऊपर बही। जिस कारण बरगी जलाशय से 3 अगस्त शाम 5 बजे 13गेटों से 77000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। साथ ही तवा जलाशय से 4 अगस्त 2024 को शाम 4 बजे 112000 क्यूसेक पानी और बारना जलाशय से रविवार शाम 5 बजे 20,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इन तीनों जलाशय का कुल डिस्चार्ज 5 अगस्त 2024 को सुबह 7,8 बजे सेठानी घाट पर पहुंचने की संभावना है। जिससे सेठानी घाट का जलस्तर 956 फीट से 960 फीट तक पहुंचने की संभावना है। सेठानी घाट पर नर्मदा का जलस्तर 964 फीट पहुंचने पर अलार्म बजता है और 967 फीट खतरें का निशान है।
नदी में तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने नर्मदा नदी के घाटों से दूरी बनाए रखने की लोगों से अपील की। रात में सिटी मजिस्ट्रेट असवनराम चिरामन, तहसीलदार देवशंकर धुर्वे सेठानी घाट पर 12बजे तक जलस्तर पर नजर बनाए रखें रहे।
रात में बरगी के 17गेट किए, तवा के कम किए
बरगी डैम के रात 11 बजे 13 गेट से बढ़ाकर 17गेट कर दिए गए। जिससे 184735 क्यूसेक पानी कर दिया गया। तवा डैम के जो पहले 7गेट 10-10फीट तक खुले थे। उसे रात 11बजे 7-7फीट कर दिए गए। सोमवार सुबह 6बजे इन गेटों की ऊंचाई 4फीट कर दी गई। जिससे 45697क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
13 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट:
मध्यप्रदेश में बारिश से छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं। बरगी, बाणसागर जैसे 10 बड़े बांध छलक उठे हैं। शिवपुरी में सिंध नदी में उफान आने से टापू पर 18 लोग फंस गए हैं। पुलिस के साथ एसडीईआरएफ की टीम को रेस्क्यू में जुटी है। हरदा में रविवार रात जर्जर मकान की दीवार ढह गई। हालांकि इसमें जनहानि नहीं हुई। भोपाल में सुबह बारिश हुई। छिंदवाड़ा में रविवार को कट्‌टा नदी में बहे युवक की तलाश दूसरे दिन भी जारी है। जबलपुर में बरगी बांध 94 प्रतिशत भर चुका है। ऐसे में सोमवार दोपहर तीन गेट और खोले जा सकते हैं। नर्मदापुरम में भी नर्मदा का जलस्तर सामान्य से 20 फीट ऊपर है। फिलहाल, नर्मदा खतरे के निशान से 13 फीट नीचे बह रही है। सोमवार को जलस्तर बढ़ने की संभावना है। उत्तराखंड में केदारनाथ की यात्रा पर गए धार के 6 यात्रियों का रेस्क्यू कर लिया गया। उन्होंने सेना के हेलिकॉप्टर की मदद से सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। इधर, मौसम विभाग ने सोमवार को भी इंदौर, उज्जैन, सागर, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के 13 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में डेढ़ महीने के अंदर 23.3 इंच बारिश हो चुकी है यानी सीजन के कोटे का 62% पानी गिर चुका है। मौसम विभाग, भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक, लो प्रेशर एरिया, मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से एमपी में भारी बारिश का दौर चल रहा है।