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उज्जैन

नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खोले गए, दर्शनों के लिए उमड़े श्रद्धालु

  • 02 Aug 2022

उज्जैन। नागपंचमी के लिए ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट रविवार रात 12 बजे के बाद खोले गए। इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के गादीपति महंत विनीत गिरीजी महाराज के सानिध्य में भगवान नागचंद्रेश्वर की पूजा अर्चना हुई। सुबह से ही दर्शनों के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है।
मंदिर की परंपरा अनुसार मंगलवार दोपहर शासन की ओर से उच्च अधिकारी भगवान नागचंद्रेश्वर का पूजन करेंगे। शाम को भगवान महाकाल की संध्या आरती के बाद मंदिर समिति के अधिकारी तथा पुजारी, पुरोहितों द्वारा भगवान नागचंद्रेश्वर का पूजन किया जाएगा। मंगलवार मध्य रात्रि 12 बजे पूजा अर्चना के बाद एक साल के लिए पुन: मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए देश के विभिन्न् राज्यों से आए श्रद्धालु रविवार रात 8 बजे से दर्शन की कतार में लग गए थे। भक्तों को भगवान के दर्शन के लिए करीब 4 घंटे इंतजार करना पड़ा। पूजन के बाद जैसे ही दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ, जयकारों से गगन गुंजायमान हो गया। भक्त हर्षित मन से भगवान की एक झलक पाने को आतुर नजर आए।
दरअसल नागपंचमी के अवसर पर महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य शिखर के तीसरे खंड पर स्थित भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर मंदिर के पट सोमवार मध्यरात्रि खुल गए। सबसे पहले महाकालेश्वर मंदिर स्थित श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से त्रिकाल पूजन किया गया। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे। मंत्री मोहन यादव और कमल पटेल ने भी नागचंद्रेश्वर भगवान का अभिषेक किया। ये मंदिर साल में केवल एक बार नागपंचमी पर ही खुलता है। सिर्फ इसी दिन मंदिर की दुर्लभ प्रतिमा के दर्शन आम श्रद्धालुओं को होते हैं। नागचंद्रेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए सोमवार देर शाम 7 बजे से ही श्रद्धालुओं की कतार लग गई थी। मंदिर के पट 24 घंटे तक खुले रहेंगे। इस दौरान लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। भारतीय पंचांग तिथि अनुसार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन ही मंदिर के पट खुलने की परंपरा प्राचीनकाल से चली आ रही है।