छोटे-छोटे आयोजनों में होने वाली फिजूलखर्ची पर रोक महापौर ने लगाई रोक
इंदौर । नगर निगम ने एक अहम् फैसला लिया है। इसके तहत निगम के होने वाले कार्यक्रमों में टेट तंबू के खर्च पर ब्रेक लगाने के साथ वार्ड स्तर पर किसी भी तरह के कार्यक्रम में स्वल्पाहार और खाने की व्यवस्था अब नहीं की जाएगी। इससे हर वर्ष निगम के लाखों-करोड़ों रुपए बचेंगे। वार्डों में विकास कार्यों के भूमिपूजन व लोकार्पण को लेकर रखे जाने वाले छोटे-छोटे कार्यक्रमों के जरिए होने वाली फिजूलखर्ची पर रोक महापौर ने लगाई है। उनके इस फैसले पर मेयर इन कौसिल (एमआइसी) के सदस्यों ने भी मुहर लगा दी है।
शहर के 85 वार्डों में आए दिन कोई न कोई कार्यक्रम होता रहता है। चाहे वह विकास कार्य का भूमिपूजन व लोकार्पण हो या फिर सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए पार्षद की ओर से शिविर लगाना। इनके अलावा अन्य कोई न कोई कार्यक्रम होता रहता है। वार्ड में इन कार्यक्रमों के होने पर टेंट, कुर्सी, कूलर-पंखे, हार-फूल, गुलदस्ते और स्वल्पाहार व खाने की व्यवस्था निगम का परिषद कार्यालय करता है। इस पर हर वर्ष लाखों-करोड़ों रुपए खर्च हो जाते हैं, क्योंकि वार्डो में एक लाख रुपए से लेकर करोड़ों रुपए तक के होने वाले विकास कार्यों के भूमिपूजन- लोकार्पण व लोकार्पण को लेकर रखे जाने वाले छोटे-छोटे कार्यक्रमों के जरिए होने वाली फिजूलखर्ची पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने रोक लगा दी है। उनके इस फैसले पर मुहर दो दिन पहले हुई एमआइसी को बैठक में सदस्यों ने भी लगा दी है। इसके साथ ही खर्च को लेकर नीति का निर्धारण कर दिया गया है। इससे टेंट के खर्च पर ब्रेक लगाने के साथ वार्ड स्तर पर किसी भी तरह के कार्यक्रम में स्वल्पाहार और खाने की व्यवस्था अब नहीं की जाएगी।
निगम ने यह की नीति निर्धारित
- एक करोड़ रुपए तक के विकास कार्यों के भूमिपूजन व लोकार्पण कार्यक्रमों के लिए टेंट. कुर्सी, कूलर-पंखे नहीं लगाए जाएंगे।
- 1 से 5 करोड़ रुपए तक के विकास कार्यों के भूमिपूजन और लोकार्पण कार्यक्रमों के लिए टेंट व अन्य व्यवस्थाओं पर सिर्फ 35 हजार रुपए तक खर्च होंगे।
- 5 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों के भूमिपूजन और लोकार्पण कार्यक्रम के लिए टैट व अन्य व्यवस्थाओं पर 50 हजार रुपए तक खर्च होंगे।
- सामाजिक संगठनों और संस्थाओं की मांग पर टेट नहीं लगाने के साथ अन्य किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की जाएगी। जरूरत होने पर अनुदान दिया जाएगा, लेकिन परिषद की मंजूरी के बाद ही अनुदान मिलेगा। इसके लिए कई तरह की शर्तें रहेंगी।
- वार्ड स्तर के किसी भी कार्यक्रम में अब निगम स्वल्पाहार और खाने की व्यवस्था नहीं करेगा।
- निगम की बिगड़ती माली हालत को देखते हुए पैसा बचाने के लिए महापौर भार्गव और
- 1 लाख से 1 करोड़ रुपए तक के विकास (कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण एक ही जगह पर एकसाथ किया जाएगा। अभी 5 से 10 लाख रुपए के काम के लिए टेंट- तंबू लगाने के साथ अन्य व्यवस्थाओं पर 25 से 50 हजार रुपए तक खर्च हो जाते हैं।
इंदौर
निगम की आर्थिक सेहत को सुधारने के लिए महापौर ने उठाए कड़े कदम
- 12 Jun 2023