Highlights

इंदौर

निगम ने शहर में 85 में से 53 हजार स्ट्रीट लाइट बदली

  • 08 May 2023

 अभी भी कई क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट हटाकर एलईडी लाइट लगाने बाकी है
इंदौर । बिजली के बिल कम करने के उद्देश्य से इंदौर  नगर निगम ने शहर की लगभग 85 हजार स्ट्रीट लाइट को बदलकर एलईडी लाइट लगाने का काम शुरु कर दिया है। निगम ने एलईडी लाइट लगाने के लिए जिस कम्पनी को ठेका दिया है उस कम्पनी को लेकर महापौर काफी खफा है।  ताजा आंकड़े के मुताबिक इस समय  शहर में लगी 85 हजार स्ट्रीट लाइट में से अभी तक करीब 50 हजार लाइट ही बदल पाई है। काम धीमी गति से करने के बाद निगम ने कम्पनी को नोटिस दिया था। नोटिस मिलने के 18 दिन में ठेकेदार एजेंसी ने 10 हजार स्ट्रीट लाइट एलईडी में तब्दील कर दी है।
जानकारी के मुताबिक एलईडी लाइट से शहर को रोशन करने में निगम विद्युत विभाग लगा है। बिजली बचाने के लिए निगम ने यह काम शुरू किया, लेकिन इसको पूरा करने में विद्युत विभाग के अफसरों को पसीने छूट रहे हैं। शहर में लगी 85 हजार स्ट्रीट लाइट में से निगम अभी तक सिर्फ 53 हजार ही एलइडी में बदल पाया है। काम को शुरू हुए तकरीबन 9 महीने हो गए हैं। बताया गया है की महापौर पुष्यमित्र भागर्व और विद्युत विभाग के  एलईडी प्रभारी जीतू यादव ने शहर में स्ट्रीट लाइट की जगह लगाई जा रही एलईडी लाइट के कार्य की समीक्षा 16 मार्च को की थी।
इस दौरान ठेकेदार एजेंसी एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड ( ईईएसएल) के कलस्टर हेड अजय राय और गौरव दुसाने के समक्ष लाइट बदलने के काम में ढिलाई बरतने पर में से महापौर भार्गव ने गहरी  नाराजगी जताई थी। साथ  ही 30 अप्रैल तक संपूर्ण स्ट्रीट लाइट को एलईडी में तब्दील करने का टारगेट दिया था।  इस पर निगम ने टर्मिनेशन का नोटिस कंपनी को थमा दिया था। इसका असर यह अब कर देंगे टर्मिनेट प्रकाशित हुआ कि कंपनी ने निगम में एलईडी देने के साथ लगाना शुरू कर दिया। अभी तक 53 हजार स्ट्रीट लाइट बदलकर एलईडी लगा दी गई है।
इधर, विद्युत विभाग के प्रभारी जीतू यादव का कहना है कि ठेकेदार एजेंसी ईईएसएल ने नोटिस मिलने के बाद कितनी स्ट्रीट लाइट बदली और कितनी विभाग के पास है इसको लेकर समीक्षा की जाएगी। अगर ठेकेदार एजेंसी का काम संतोषजनक नहीं हुआ तो टर्मिनेशन की कार्रवाई जरूर होगी।