अस्पताल के डॉक्टरों ने ही कर दिया नवजात का ढाई लाख रुपए में सौदा
आईजी बोले - मामला गंभीर कथित पत्रकार व पुलिस अधिकारी दोषी मिले तो होगी कार्रवाई
खंडवा/इंदौर। नाबालिग का प्रसव और नवजात की खरीद-फरोख्त का भंडाफोड़ पुलिस ने किया है। अस्पताल के डॉक्टरों ने ही नवजात को ढाई लाख रुपए में सौदा कर दिया। मामले में पुलिस ने शहर के पड़ावा क्षेत्र के कथित डॉ. सौरभ सोनी, शहर की प्रतिष्ठित डॉक्टर स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. रेणु सोनी सहित पांच आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। सौरभ सोनी डा. रेणु सोनी का दामाद है। इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब बच्चे की देखरेख कर रही महिला ने पुलिस से शिकायत की। इस संबंध में इंदौर आईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने कहा कि नवजात की खरीद-फरोख्त का मामला गंभीर है, मामले की जांच कर धाराओं का परीक्षण किया जाएगा। मामले में यदि कथित पत्रकार व पुलिस अधिकारी दोषी पाए जाते हैं तो कार्रवाई करेंगे।
गायब हो गई डॉ. रेणु सोनी
डॉ. रेणु सोनी एफआईआर की भनक लगते ही फरार हो गई। इनके अस्पताल को सील किए जाने के लिए पुलिस अधीक्षक ने सीएमएचओ खंडवा को पत्र लिखा है। जल्द ही इनका अस्पताल सील कर दिया जाएगा।
बढ़ सकते हैं आरोपी
एसपी ने बताया कि मामले में और भी लोग संदिग्ध पाए गए तो उनके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। मतलब, आरोपी और भी बढ़ सकते हैं। डा. रेणु सोनी ने यदि पूर्व में भी इस तरह के काम किए हैं, तो इसकी शिकायत एसपी ने आम लोगों से भी मंगाई है। इसमें उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले का नाम भी गोपनीय रखा जाएगा। इस मामले को गंभीरता व संवेदनशील श्रेणी में रखा जा रहा है।
ऐसे फंसी फेमस डॉक्टर
डॉ. सौरभ सोनी ने स्त्री रोग विशेषज्ञ रेणु सोनी का नाम भी उजागर किया। इसके अलावा डॉक्टर रेणु सोनी के अस्पताल पर काम करने वाले कर्मचारी मोहसिन खान निवासी हरीगंज, जिला अस्पताल की एक स्वास्थ्य कर्मी संजना पटेल, डॉ. सौरभ सोनी का कर्मचारी कमलेश पटेल निवासी छनेरा नया हरसूद के खिलाफ पुलिस ने जुवेनाइल जस्टिस एक्ट (जेजे एक्ट) व पाक्सो एक्ट में प्रकरण दर्ज किया है।
अभी चार शिकंजे में
फिलहाल पुलिस ने डॉक्टर सौरभ सोनी, मोहसीन समेत चार को हिरासत में लिया है। डॉ रेणु सोनी फरार बताई जा रही है।
यहां से बिछा लालच का जाल
गत दिवस 15 वर्षीय किशोरी ने प्रसव के दौरान बालक को 6-7 दिन पहले जन्म दिया। परिवार वाले किशोरी को घर ले गए, लेकिन बच्चे को अस्पताल में ही छोड़ दिया। इसके बाद अस्पताल के कर्मचारी ने बच्चा कंचन बाई को दे दिया। कंचन को 500 रुपए देकर दूध पिलाने और 5 दिन रखने के लिए कहा था, लेकिन शुक्रवार को जब बच्चा वापस मांगा तो कंचन बाई ने देने से इनकार कर दिया और एसपी से शिकायत कर दी। इसके बाद पूरा मामला सामने आया गया। एसपी विवेकसिंह ने बताया पुलिस ने केस दर्ज कर मामला जांच में लिया है, नवजात को जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है।
किसका क्या रोल?
डॉ. रेणु सोनी - डॉ. सौरभ सोनी के कहने पर नाबालिग का प्रसव अपने अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में किया।
डॉ. सौरभ सोनी - नाबालिग और अविहवाहित लड़कियों का गर्भपात व प्रसव कराया।
नर्स संजना पटेल - स्वास्थ्य विभाग में नर्स है। अस्पताल से डॉ. सौरभ के पास अवैध केस लाती थी।
मोहसिन खान - डॉक्टर रेणु के अस्पताल का कर्मचारी, बच्चों को बेचने ग्राहक तलाशता था।
कमलेश पटेल - डॉ. सौरभ सोनी के क्लिनिक पर काम करता था। इसकी भूमिका भी ग्राहक तलाशने की थी।
क्या पुराना है यह खेल?
पुलिस के मुताबिक मेडिकल चौराहा स्थित सोनी हॉस्पिटल की संचालिका डॉ. रेणु सोनी और पड़ावा स्थित स्वाति फार्मा के डॉ. सौरभ सोनी द्वारा नाबालिगों का अवैध रूप से प्रसव कराया जा रहा है। शक है कि अवैध गर्भपात और अवैध प्रसव का यह खेल लंबे समय से जारी है। अवैध प्रसव से पैदा हुए नवजात बच्चों को बेच दिया जाता है। इस मामले में नवजात का ढाई लाख रुपए में सौदा भी कर लिया गया था, लेकिन महिला को देखभाल के लिए नवजात दिया गया उसने पूरी कहानी पुलिस को बता दी।
दबंग कंचन ने उठाया पर्दा
रामनगर क्षेत्र की कंचन बाई को 6 दिन पहले डॉक्टर रेणु सोनी के कर्मचारी मोहसिन खान और डॉक्टर सौरभ सोनी के कर्मचारी कमलेश पटेल ने 500 रुपए देकर यह जिम्मेदारी दी कि इस नवजात शिशु को 5 दिन तक दूध पिलाना और इसका ख्याल रखना। फिर अचानक शुक्रवार की शाम मोहसीन और कमलेश ने कंचन बाई को फोन पर कहा कि बच्चा हमें दे दो। इस पर कंचन बाई ने कहा कि इतनी रात में बच्चे को नहीं दूंगी। उसकी मां को लेकर आओ और बच्चा ले जाओ।
यहां से हुए वर्दीवाले एक्टिव
कंचन बाई को संदेह हुआ तो उसने पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह को मामले की शिकायत की। इसके बाद सीएसपी ललित गठरे व कोतवाली टीआई बीएल मंडलोई ने मामले में आरोपियों को थाने बुलाकर पूछताछ शुरू की। इसके बाद मामले की परतें खुलती गईं।
पुराने रजिस्टर भी खंगाले
क्लिनिक से रजिस्टर और मोबाइल भी जब्त किए हैं। डॉक्टर द्वारा अब तक कितनी महिलाओं व युवतियों के गर्भपात किए है, कितनी महिलाओं का अवैध रूप से प्रसव कराया है, अब तक कितनों लोगों को नवजात शिशु बेचे हैं, मामले में शहर के और कितने डॉक्टर, नर्स और दलाल जुड़े हैं, इन सबकी जांच की जा रही है।
फंसेंगे कई ओटी वाले अस्पताल
बताया जा रहा है कि डॉ. सौरभ सोनी खुद के क्लिनिक पर चेकअप के बाद शहर के नामी अस्पतालों में गर्भपात के लिए ऑपरेशन थियेटर का इस्तेमाल करता था। कथित डॉक्टर के साथ कई बड़े अस्पतालों के डॉक्टर भी शामिल होने की आशंका पुलिस व्यक्त कर रही है। डॉक्टर सौरभ के पास किसी प्रकार की डिग्री भी नहीं है, फिर भी वह महिलाओं को प्रसव का झांसा देकर यह काम कर रहा था। चर्चा यहाँ तक है कि आरोपी सौरभ सोनी और उसकी टीम कई बच्चे बेच चुकी हैं। नाबालिग और अविवाहित गर्भवतियों का अवैध गर्भपात कराने के लिए डॉक्टर सौरभ सोनी को जाना जाता है। फिलहाल पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है इस मामले में और नाम सामने आ सकते है, खंडवा एसपी ने आमजन से अपील की है ऐसे कोई सुचना हो तो पुलिस को सुचना दें, सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा!
DGR विशेष
नाबालिग का प्रसव और नवजात की खरीद-फरोख्त का भंडाफोड़
- 26 Jul 2021