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भोपाल

पढ़ो-पढ़ाओ घोषणा पर प्रियंका-शिवराज में ट्वीट वार

  • 14 Oct 2023

प्रियंका बोलीं-ध्यान भटकाने वाले; सीएम ने कहा-जो घोषणाएं करा रहे, उनका ट्रैक रिकॉर्ड खराब
भोपाल।  मध्यप्रदेश में कांग्रेस की पढ़ो-पढ़ाओ  योजना के तहत स्कूली बच्चों को हर महीने 500 से 1000 रुपए देने की घोषणा पर प्रियंका गांधी और सीएम शिवराज सिंह चौहान में ट्वीट वार छिड़ गया है। सीएम शिवराज ने कहा कि गांधी परिवार ने सभी को ठगा, लेकिन कमलनाथ गांधी परिवार को ही ठग रहे हैं। इस पर प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर उनके बयान को ध्यान भटकाने वाला बताया।
प्रियंका के इस ट्वीट पर सीएम शिवराज सिंह ने फिर ट्वीट किया। कहा कि वे ध्यान नहीं भटका रहे, ध्यान दिला रहे। उन्होंने कहा कि जो आपसे घोषणाएं करवा रहे हैं, उनके ट्रैक रिकॉर्ड खराब है। इधर इंदौर में बीजेपी नेता ने प्रियंका गांधी की इस घोषणा को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की है।
सीएम ने क्या कहा
सीएम शिवराज ने अपने निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा-  कल जिस तरह से प्रियंका गांधी से घोषणा करवाई गई, मैंने वह वीडियो देखा है। वे कई घोषणाएं करके बैठ गईं और बोलीं एक और कर दोज् पता नहीं बोलने के पहले उन्होंने पढ़ा या नहीं पढ़ा। मैडम बोलती हैं कि अभी-अभी एक और घोषणा मुझे बताई है। कक्षा 1 से 12वीं तक बच्चों की स्कूल की शिक्षा नि:शुल्क होगी। और फिर भाषण शुरू हो गया। कमलनाथ प्रियंका जी को टोक रहे हैं और करेक्शन करा रहे हैं, तो प्रियंका जी कहती हैं आप ही बोलिए, तो वह कहते हैं कि नहीं आप ही बोलिए। वह दोबारा पढ़ती हैं एक से आठवीं तक 500 रुपए, नौ से दसवीं तक एक हजार देंगे। 10 से 12 वीं तक 15 सौ रुपए हर साल देंगे। फिर सुरजेवाला जी जाते हैं और कहते हैं हर साल नहीं, हर महीना। मैडम कहती हैं कि इसमें लिखा तो हर साल है।
प्रियंका का जवाब- ध्यान भटका रहे
प्रियंका गांधी ने सीएम शिवराज सिंह को जवाब दिया। उन्होंने ट्वीट किया- हम शिक्षा और बच्चों की बात कर रहे, लेकिन ध्यान भटकाने वालों को कुछ और ही समझ में आ रहा। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह पर तंज भी कसा। साथ ही पढ़ो-पढ़ो योजना के तहत दी जाने वाली राशि की जानकारी भी दी।
शिवराज का पलटवार- मैं तो ध्यान दिला रहा हूं
सीएम शिवराज ने प्रियंका गांधी को फिर ट्विटर पर जवाब दिया। उन्होंने लिखा कि मैं ध्यान नहीं भटका रहा, बल्कि ध्यान दिला रहा हूं। आपसे जो लोग ये घोषणाएं करा रहे हैं, उनका ट्रैक रिकॉर्ड खराब है।
सीएम शिवराज सिंह ने कांग्रेस की घोषणा पर ये भी कहा-
सीएम ने कहा, आप कल्पना कर सकते हैं कि वे पहले कुछ लिखते हैं। पढऩे को कुछ और कहते हैं। कितने गंभीर हैं वो कि इससे काम नहीं चलेगा। हर साल नहीं तो हर महीने पर आ जाओ। न लेना है, न देना है। अपने बाप का क्या जाता है, हर महीने बोलो। वोट के लिए इस तरह से झूठ बुलवाना। पहले भी राहुल बाबा से कहलवा दिया था कि 10 दिन में कर्ज माफ करेंगे नहीं तो 11वें दिन मुख्यमंत्री बदल देंगे। बेचारे राहुल गांधी तो कह कर गए।
जबरदस्ती घोषणाएं करवा रहे हैं
सीएम ने कहा, जितनी पूरी कर सकें उतनी ही घोषणा करना, लेकिन जबरदस्ती घोषणाएं करवा रहे हैं कि आप तो पढ़ दो। वैसे भी लेना-देना तो है नहीं। ये कांग्रेस की कंफ्यूज करो और वोट लो स्कीम है। कांग्रेस का पुराना वचन पत्र देख लीजिए। इसमें वचन तो कई दिए थे, लेकिन उन्होंने कहा था शालेय स्तर के बच्चों को गणवेश, पाठ्यपुस्तक अन्य पठन की उच्च कोटि की सामग्री निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। यह कहकर मामा जो लैपटॉप दे रहा था वह भी बंद कर दिया। साइकिल देना बंद कर दी। मेधावी विद्यार्थी योजना उन्होंने ठंडे बस्ते में डाल दी। बच्चों की फीस तक नहीं भरवाई।
कमलनाथ ने गरीबों के घर लौटा दिए थे
सीएम ने कहा, प्रधानमंत्री जी ने जो घर भेजे थे। स्टेट का जो 40 फीसदी शेयर देना होता है वह पैसा नहीं दिया। ये मोदी जी के मकान छीनने वाले, बच्चों के लैपटॉप और साइकिल छीनने वाले, बच्चों की फीस छीनने वाले। फिर ठगने आ गए। और ठगने के पहले ये तय नहीं कर पाते कि एक महीने का कहना है या साल का कहना है। यह कांग्रेस का झूठ है। लगातार झूठ बुला रही है राहुल गांधी से, प्रियंका गांधी से, लेकिन यह पब्लिक है सब जानती है।
विजयवर्गीय बोले- प्रियंका और राहुल झूठे
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, प्रियंका गांधी हो या राहुल गांधी, झूठ के अलावा कुछ नहीं बोलते हैं। पिछले चुनाव में भी राहुल गांधी ने किसानों को धोखा दिया। कांग्रेस अभी भी धोखा देने का काम कर रही है। कल उन्होंने वन अधिकार के पट्टों को लेकर बोला, वन अधिकार के पट्टे सर्वाधिक भाजपा सरकार ने दिए। वनों में आदिवासियों के अधिकार को भाजपा ने सुरक्षित किया है। कांग्रेस जबरदस्ती झूठ बोलकर भाजपा पर आरोप लगा रही है।