Highlights

भोपाल

पाकिस्तानी से कराई शादी, भागकर भोपाल आई कश्मीरी युवती

  • 17 Jan 2023

बोली-राज खुला तो रोज पीटने लगा, सुनाई पति के जुल्मों की दास्तां
भोपाल। एक युवती की शादी उसके अपनों ने ही धोखे से पाकिस्तानी युवक से करा दी। राज खुला तो कोर्ट ने शादी ही खारिज कर दी। इसके बाद युवती से युवक मारपीट करने लगा। दुबई ले जाने का दबाव बनाने लगा, जिससे वह डर गई। जैसे-तैसे चंगुल से छूटकर वह भोपाल आ गई। अब लड़की ने युवक और परिवार वालों के साथ रहने से मना कर दिया है।
ये दास्तां है जम्मू-कश्मीर की रहने वाली 23 साल की युवती की। जो 16 दिसंबर 2022 से जम्मू कश्मीर के ऊधमपुर से भोपाल आकर अपने दोस्त के यहां रह रही है। उसका दोस्त भोपाल में मेट्रो प्रोजेक्ट में काम करता है। युवती ने रविवार को गोविंदपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराई। उसकी बहन और जीजा सोमवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ उसे वापस लेने भोपाल आए, तो उसने जाने से इनकार कर दिया। ऐसे में जम्मू-कश्मीर पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा।
युवती ने बताया- मैं उधमपुर के रैम्बल थाना क्षेत्र के सुनरी की रहने वाली हूं। मैं अपने माता-पिता के साथ रहती थी। 2 दिसंबर का दिन। मेरी चचेरी बहन और जीजा ने रोशन नाम के युवक से मेरी जबरन शादी करा दी। रोशन पाकिस्तानी हिंदू है। इस बारे में मुझे पता नहीं था। शादी के शुरुआती दो दिन में मैंने रोशन की सोशल मीडिया प्रोफाइल देखी। इसमें उसके पाकिस्तानी मूल के होने का मुझे पता चला। हालांकि एकबारगी मुझे अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हुआ। इसके बाद मैंने कोर्ट मैरिज करने के लिए कहा। 6 दिसंबर को हम कोर्ट मैरिज करने पहुंचे। यहां दस्तावेज देखने के बाद जज ने शादी कराने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि युवक पाकिस्तानी मूल का नागरिक है। ऐसे में ये शादी नहीं हो सकती। यही नहीं आर्य समाज में हुई शादी को भी कोर्ट ने खारिज कर दिया। इससे मेरा शक यकीन में बदल गया।
वो मुझसे मारपीट करने लगा
राज खुला तो रोशन ने मुझे प्रताडि़त करना शुरू कर दिया। वो मुझसे मारपीट करने लगा। शादी के बाद से वह मुझ पर दुबई चलने का दबाव बनाने लगा। इससे मैं डर गई। 12 दिसंबर को रोशन खुद ही दुबई निकल गया। बाद में दीदी-जीजा ने भी मुझे परेशान करना शुरू कर दिया। 15 दिसंबर को मौका पाकर मैं अपने घर आ गई। यहां माता-पिता को पूरी बात बताई, लेकिन उन्होंने भी ध्यान नहीं दिया।
भोपाल में रहने वाले दोस्त से मांगी मदद
मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। मैंने 7 जनवरी को भोपाल में रहने वाले अपने दोस्त मनजीत सिंह से संपर्क किया। हम दोनों स्कूल में साथ ही पढ़ते थे। मैंने दोस्त से कहा कि मेरे साथ कोई अनहोनी हो सकती है, इसलिए मैं कश्मीर छोड़कर भोपाल आ रही हूं। तुम्हें मेरी मदद करनी होगी। यह कहकर 8 जनवरी को मैं भोपाल आ गई। बता दें कि मनजीत भी जम्मू-कश्मीर के बरोला का रहने वाला है। वह पिछले 10 महीने से भोपाल में रहकर मेट्रो प्रोजेक्ट में काम कर रहा है।
घर से लेटर लिखकर निकली
युवती ने घर पर छोड़े लेटर में लिखा- मैं घर से जा रही हूं। मेरी शादी जहां की गई है, मुझे वहां नहीं रहना है, इसलिए मैं घर छोड़कर जा रही हूं।
कश्मीर पुलिस बनाने लगी दबाव
इधर, कश्मीर में युवती के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। युवती भोपाल में अपने दोस्त मनजीत के यहां चली गई थी, ये बात उसके दीदी-जीजा को भी पता चल गई। इधर, ऊधमपुर पुलिस मनजीत को कॉल कर परेशान करने लगी। पुलिस उसे फर्जी मामलों में फंसाने की धमकी दे रही थी। इस पर मनजीत ने अपने एडवोकेट अजीत सिंह को पूरी बात बताई। मामले की गंभीरता को देखते हुए वकील उसे अपने साथ गोविंदपुरा थाने लेकर पहुंचे। 9 जनवरी 2023 को महिला ऊर्जा डेस्क पर युवती ने शिकायत दर्ज कराई।
युवती ने जाने से किया मना
भोपाल में हेड कॉन्स्टेबल सोनिया पटेल और काउंसलर सुषमा स्वराज की देखरेख में 12 जनवरी को युवती की काउंसिलिंग कराई गई। इसके बाद ऊधमपुर पुलिस से संपर्क किया गया। इसके बाद ऊधमपुर से टीम भोपाल के लिए रवाना हुई। टीम रविवार(15 जनवरी) को भोपाल पहुंची। पुलिस के साथ युवती के दीदी-जीजा भी थे। उनके सामने बातचीत के बाद भी युवती ऊधमपुर जाने को तैयार नहीं हुई। बालिग होने की वजह से युवती से मर्जी से रुकने की बात लिखवा ली गई। ऐसे में ऊधमपुर पुलिस के खाली हाथ लौटना पड़ा।
ऐसी भाषा लिखी कि करवाना पड़ा अनुवाद
युवती ने मनजीत के साथ रुकने का फैसला किया। ऊधमपुर से आई पुलिस टीम के साथ जब युवती ने जाने से इनकार कर दिया, तो पुलिस से मामले की पैरवी लिखवाई गई। इसे जम्मू-कश्मीर की पुलिस ने अपनी भाषा यानी उर्दू में लिख दिया गया। उसे पढऩे के लिए उर्दू जानने वालों को बुलाया गया, लेकिन वो भी भाषा समझ नहीं सके। इसके बाद स्थानीय पुलिस टीम से उसका हिंदी में अनुवाद करवाया गया।