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भोपाल

प्रदेश में मानसून विदाई की ओर, जबलपुर, रीवा, शहडोल संभाग में गिरेगा पानी; 21 दिन बाद गुलाबी ठंड

  • 03 Oct 2023

भोपाल।  मध्यप्रदेश में मानसून विदाई की ओर है। अक्टूबर पोस्ट मानसून सीजन में गिना जाता है। इस बार इस महीने मिला-जुला मौसम रहने के आसार हैं। दिन में तीखी धूप तो देर रात के बाद या तड़के हल्की ठंडक बनी रह सकती है। अक्टूबर के पहले हफ्ते दो या तीन दिन हल्के बादल भी छाने की संभावना है।
गरज-चमक वाले बादल बने तो कहीं-कहीं मामूली बूंदाबांदी भी हो सकती है। पारा 30 से 32 डिग्री और एक या दो दिन 33 डिग्री से ऊपर भी पहुंच सकता है। 15 दिन बाद रातें ठंडी होना शुरू हो जाएंगी। 21 दिन बाद यानी अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में गुलाबी ठंड शुरू हो सकती है।
बालाघाट और मंडला जिले में हल्की बूंदाबांदी हुई है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और प्रदेश के दूसरे जिलों में दिन में धूप रही। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से सिस्टम एक्टिव होने से प्रदेश के पूर्वी हिस्से- जबलपुर, शहडोल, रीवा संभाग में बारिश हो रही है।
दो जिलों से हो चुकी मानसून की विदाई
प्रदेश के मुरैना और श्योपुर से मानसून के विदा होने की घोषणा हो गई है। अगले 2 से 3 दिन में उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग से भी विदाई हो सकती है। 10 अक्टूबर से पहले पूरे प्रदेश से मानसून विदा ले लेगा।  मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि मानसून की अवधि जून से सितंबर तक रहती है। इस हिसाब से मानसूनी सीजन खत्म हो गया है।
प्रदेश में पश्चिमी हिस्से में 3% बारिश ज्यादा
मध्यप्रदेश में 1 जून से 1 अक्टूबर तक औसत 37.22 इंच बारिश हो गई। इस हिसाब से इस बार 0.4% बारिश कम हुई है। पूर्वी हिस्से में 4% कम और पश्चिमी हिस्से में 3% अधिक बारिश हुई है।
सबसे ज्यादा बारिश वाला जिला नरसिंहपुर है। यहां 51.75 इंच बारिश हुई है, जबकि यहां की सामान्य बारिश 41.40 इंच है। यहां 125% बारिश हुई है।
भिंड में सामान्य बारिश का आंकड़ा 141% तक पहुंच गया। भिंड की सामान्य बारिश 24.11 इंच है। यहां अब तक 34.22 इंच बारिश हो गई।
जबलपुर, सीहोर, रायसेन, अलीराजपुर, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, निवाड़ी, देवास, रतलाम, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल और अनूपपुर में आंकड़ा 40 इंच या इससे अधिक है।
इन जिलों में कम बारिश-
सतना में सबसे कम 23.62 इंच बारिश हुई है। अशोक नगर में 23.81 इंच पानी गिरा। रीवा और सीधी जिलों में भी कम बारिश हुई है।