Highlights

खंडवा

प्रसूता की मौत के मामले में जांच कराएंगे,  प्रभारी मंत्री ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा

  • 11 Jan 2022

खंडवा। जिला अस्पताल के लेडी बटलर वार्ड में प्रसूती के बाद 21 नवंबर को हुई मोनिका गीते की मौत के मामले में जांच कराई जाएगी। जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाता है उस पर कार्रवाई होगी।
यह बात सोमवार को जिले की प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर ने कही। पत्रकार गोविंद गीते ने उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए आवेदन सौंपा। इस दौरान पत्रकारों ने कहा कि मोनिका गीते की प्रसूती के बाद देखरेख में अस्पताल स्टाफ द्वारा लापरवाही बरती गई है। मंत्री ने आश्वासन दिया कि मामले में निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी। समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि विदित हो कि 20 नवंबर की दोपहर को मोनिका गीते की प्रसूती के लिए डाक्टर निशा पंवार ने आपरेशन किया था। मोनिका ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। आपरेशन से पहले मोनिका को एनेस्थिसिया के दो डोज दिए गए थे। बच्ची का जन्म होने के बाद से मोनिका की तबीयत बिगड़ती गई। वार्ड में स्थित नर्सिंग स्टाफ कक्ष में कोई भी मौजूद नहीं रहा। आपरेशन के बाद डाक्टर निशा पंवार एक बार भी चेकअप के लिए नहीं आईं। स्टाफ द्वारा ब्लड चढ़ाने के लिए कहा गया। स्वजनों ने तुरंत व्यवस्था कर ब्लड चढ़वाया। इसके बाद बार-बार जरूरत पड?े पर लेबर रूम तक जाकर मोनिका को हो रही घबराहट के बारे में बताते रहे। उसे हो रही तकलीफ और घबराहट को गंभीरता से नहीं लिया गया। स्वजनों को कहा जाता रहा कि आपरेशन के बाद ऐसा होता है। इसके बाद लगातार तबीयत बिगड?े के बाद भी अस्पताल स्टाफ लापरवाही बरतता रहा। उसे शाम पांच बजे के बाद से यूरिन भी पास नहीं हुई थी। यह भी स्टाफ को बताया गया, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। लापरवाही की वजह से 21 नवंबर को सुबह पांच बजे मोनिका की मौत हो गई। डाक्टरों ने मोनिका की मौत का स्पष्ट कारण तक नहीं बताया।