इंदौर। जू में मंकी के लिए नया हाउस बनकर तैयार है। मंकी अब पिंजरे में नहीं, इस हाउस में रहेंगे। इंदौर जू प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने बताया कि मंकी हाउस पिछले दो साल से बन रहा है। 10 जनवरी तक इस हाउस में बंदरों को ट्रांसफर किया जा सकता है। झूले लगना बाकी रह गए हैं।
जू प्रभारी के मुताबिक यहां पहला प्रयोग सफल रहा। एक मंकी को परिवार से अलग कर यहां छोड़ा गया था। इसमें वह दिनभर खेलता रहा। इसके बाद दो ओर बंदरों को यहां अलग-अलग दिनों में रखा गया। यहां मंकी के लिए झूले, कुछ टायर और लोहे की एंगल की मदद से तैयार किए गए इंस्ट्रूमेंट, कुर्सियां व आराम करने के लिए छोटे-छोटे बॉक्स से बने हुए हाउस हैं। बारिश से बचने के लिए अंदर ही शेड भी बनाया है। इस हाउस में आसपास पानी की नहरनुमा जगह बनाई गई है। बीच का हिस्सा टापूनुमा है। बाहर की तरफ ऊंची जालिया हैं, लेकिन छत नहीं है।
बच्चों को उछलकूद करते अच्छे लगते हैं मंकी
जू प्रभारी ने बताया कि बच्चे जब यहां आते हैं तो बंदरों को खाने के लिए कुछ न कुछ देते हैं। इसके साथ ही वे उन्हें खुले में देखना पंसद करते हैं। उन्होंने इसे लेकर निगम व शासन से इसके लिए बात की थी। बाद में मंजूरी मिलने पर काम शुरू किया गया। करीब 10 दिन का काम और बचा है।
इंदौर
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- 03 Jan 2022