चंडीगढ़। कोटकपूरा गोलीकांड संबंधित केस में पंजाब सरकार की हाईकोर्ट में हार और अकाली दल को मिली बड़ी राहत के पीछे चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर का हाथ था। यह बात राज्य पुलिस के पूर्व आईजी और आप नेता कुंवर विजय प्रताप ने कही। अपने फेसबुक पेज पर डाले एक वीडियो क्लिप में पूर्व आईजी ने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव एक बार फिर से कांग्रेस और अकाली दल बादल मिलजुल कर फ्रेंडली मैच की तरह लड़ना चाहते थे, जिसके लिए अकाली दल की छवि सुधारना बहुत जरूरी था। कुंवर विजय ने आरोप लगाया कि कोटकपूरा गोलीकांड संबंधी केस को हाईकोर्ट में राज्य सरकार ने जानबूझकर मजबूती से नहीं रखा, जिसके चलते जांच रिपोर्ट खारिज हो गई।
उन्होंने कहा कि यह सारी योजना प्रशांत किशोर की ओर से ही बनाई गई थी, जिसके सुबूत वे आने वाले दिनों में पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि वह कोई राजनीतिक आरोप नहीं लगा रहे बल्कि इसी सच्चाई के कारण प्रशांत किशोर मैदान छोड़कर भाग गए हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन और बादल परिवार के रिश्ते जगजाहिर हैं और अब तक दोनों परिवार हर चुनाव में मिलजुलकर उतरते रहे हैं। इस बार भी यही तैयारी की गई थी कि अंतिम समय में अकाली दल को दोषी न साबित करते हुए केवल आरोपों तक सीमित कर दिया जाए।
कोटकपूरा गोलीकांड मामले पर फैसला सुनाते हुए हाईकोर्ट द्वारा उपयोग की गई शब्दावली को अदालत में चुनौती देने वाले कुंवर विजय प्रताप ने कहा कि उचित होता कि राज्य सरकार हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देती लेकिन सरकार ने जानबूझकर ऐसा नहीं किया। इस मामले को अगले चुनाव तक लटकाए रखने की तैयारी कर ली।
चंडीगढ़
पूर्व आईजी कुंवर विजय प्रताप ने प्रशांत किशोर पर लगाया आरोप, कहा- उन्हीं की सलाह पर कोटकपूरा केस हारे
- 24 Aug 2021