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उत्तर-प्रदेश

पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठी दलित महिलाएं

  • 07 Jul 2021

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में दलितों के उत्पीड़न का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. आरोप है कि रात के वक्त एक गांव में पुलिस ने पीड़ित पक्ष पर ही बर्बरता दिखाई और उनके घर, मकान तोड़ डाले. यहां तक कि पीड़ितों के खिलाफ ही मुकदमा लिख दिया गया. इस मामले को लेकर पीड़ितों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और उनके खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग की. वहीं विपक्षी पार्टियों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. 
ये मामला आजमगढ़ के रौनापार थाना अंतर्गत पालिया गांव का है. जहां दो पक्षों में आपसी विवाद था. जिसके चलते बाजार में दोनों पक्षों का झगड़ा हो गया. पुलिस वहां बीच-बचाव करने पहुंची. पुलिस की कार्रवाई के दौरान पलिया के ग्राम प्रधान और भीड़ ने उग्र होकर पुलिस पर हमला कर दिया. उस वक्त तो पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया लेकिन रात पुलिस ने गांव में दबिश दी.
आरोप है कि पुलिस ने एक पक्ष की ना तो शिकायत दर्ज की और उल्टा उनके साथ ही बर्बरता की. आरोप ये भी है कि उनके घरों को पुलिस ने तोड़ दिया. जब वे कार्रवाई की मांग लेकर थाने पहुंचे तो उनकी सुनवाई नहीं हुई. पुलिस कार्रवाई के विरोध में पीड़ित पक्ष की महिलाएं धरना पर बैठी हैं.