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पुलिस की सक्रियता- जालसाजों की शामत ... शहर में नहीं चल पाता नकली अधिकारियों का  'खेलÓ

  • 14 Dec 2022

नकली इंटरपोल अफसर, एसडीएम, क्राइम ब्रांच अधिकारी, जज और आईपीएस आ चुके हैं गिरफ्त में ...
इंदौर। नकली पुलिस वाले बनकर ठगी की वारदातों को अंजाम देने के अनेक मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें आरोपियों को पुलिस जेल की सलाखों के पीछे धकेल चुकी है। इनके अलावा पिछले दिनों फर्जी अधिकारी बनकर वारदातों को अंजाम देने वालों की बाढ़ सी आ गई। आए दिन लोगों के साथ ठगी करने वाले इन जालसाजों की खुली चुनौतियों को पुलिस ने भी स्वीकारा और एक -दो नहीं, बल्कि अनेक को जेल की सलाखों की पीछे धकेल दिया। पुलिस की सक्रियता से इन जालसाजों की शामत आई हुई है और वे चाहे जहां वारदात कर दें, लेकिन इंदौर में आकर पुलिस की गिरफ्त में आ ही जाते हैं।
इंदौर पुलिस ने हाल ही में नकली इंटरपोल अफसर, फर्जी महिला एसडीएम, क्राइम ब्रांच अधिकारी और फर्जी जज को भी गिरफ्त में लिया और रिमांड के दौरान इनकी खातिरदारी की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। हालांकि इन शातिर जालसाजों की इंदौर पुलिस के सामने नहीं चली और आखिरकार ये शहर में वारदात करने के दौरान गिरफ्त में आ ही गए, जो अब जेल की सलाखों के पीछे हैं।
अब जबकि शहर में पुलिस कमिश्नरी प्रणाली लागू है और पुलिस हाइटेक संसाधनों का उपयोग कर क्राइम कंट्रोल में जुटी है तो वहीं अपराधियों ने भी अपराध का तरीका  बदल दिया है। कुछ शातिर अपराधी अपने आपको को क्राइम ब्रांच का अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी और  और सेना या केंद्र सरकार का अफसर बनकर ठगी करने लगे हैं। ऐसे शातिर जालसाजों की भी पुलिस ने धरपकड़  कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की। ये जालसाज इतने शातिर हैं कि नकली पुलिस तो ठीक, आईपीएस अधिकारी और यहां तक जज बनने में पीछे नहीं रहते।  
ऐसे लोगों को करते हैं टारगेट
फर्जी अधिकारी बनने वाले शातिर जालसाज भोले-भाले और सीधे लोगों को टारगेट करते हुए अपना शिकार बनाते हैं, क्योंकि ये लोग आसानी से इनके जाल में फंस जाते हैं। इनके मुख्य शिकार बुजुर्ग या फिर जरूरतमंद होते हैंहोते हैं, जिन्हें किसी भी प्रकार की कार्रवाई का डर बताकर या फिर युवाओं को नौकरी अथवा अन्य कार्य करवाने का ऌाांसा देकर ये उनसे मोटी रकम ऐंठ लेते हैं। पिछले दिनों अलग-अलग मामलों में हुई कार्रवाई में इस बात का खुलासा हुआ है।
फोटो ... इंटरपोल ...
नकली इंटरपोल अधिकारी
क्राइम ब्रांच की टीम ने 13 नवंबर 2022 को एबी रोड स्थित श्रीमाया होटल से नकली इंटरपोल अफसर विपुल शेफर्ड को पकड़ा। आरोपी शहर के एक व्यापारी पियूष नेमा को उसकी फंसी हुई रकम वापस दिलाने का झांसा देकर यहां आया था और उससे साढ़े तीन लाख रुपए भी ठग चुका था। आरोपी तीन महीने से पीडि़त को व्यापार के सिलसिले में उलझे करीब पौने दो करोड़ रुपए निकालकर देने का झांसा दे रहा था। आरोपी विपुल शेफर्ड मूल रूप से उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। एमबीए की पढ़ाई की है।
फोटो ... नीलम ...
नकली महिला एसडीएम ने सौंपा फर्जी लेटर
8 सितंबर 2022 को फर्जी एसडीएम बनकर व्यापारी से रंगदारी मांगने वाली नीलम को क्राइम ब्रांच ने पकड़ौ। उसके पास राज्यपाल मंगुभाई पटेल के साइन किया हुआ फर्जी लेटर भी मिला है। वह एमीपीएसी क्लियर न कर सकी तो उसने फर्जी अफसर बनकर लोगों को ठगना शुरू कर दिया। इस फर्जी एसडीएम ने कई लोगों को सरकारी नौकरी के फर्जी आदेश भी जारी कर दिए थे। साथ ही गाड़ी पर मध्य प्रदेश शासन लिखवा रखा था।
फोटो ... जज
शातिर ठगोरा बना फर्जी जज
10 सितंबर को पुलिस ने एक और बड़ा खुलासा करते हुए खुद को देवास कोर्ट का जज बताकर धौंस दिखाने वाला बेहद शातिर दिमाग आरोपी को गिरफ्त में लिया। फर्जी जज राजीव लाहोटी ने अपने घर में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस की तस्वीर लगा रखी थी। राजीव लाहोटी सुदामा नगर में रह रहा था। यहां आसपास के लोग गिरफ्तारी से पहले तक राजीव को जज ही समझते थे। बताया जाता है कि उसे पुलिसवाले रिसीव करने आते थे। इसलिए आसपास के लोग इसके चलते उसे तवज्जो देते थे।
फोटो ... क्राइम ब्रांच
पत्नी को खोजने में नकली क्राइम ब्रांच अधिकारी ने लगा दी चपत
नकली एसडीएम और नकली जज पकड़ाने के बाद इंदौर पुलिस ने सितंबर माह में ही 20 तारीख को नकली क्राइम अफसर पवन उर्फ पृथ्वीराज उर्फ विक्की पिता निर्मल कुमार बौरासी निवासी दुर्गा नगर बाणगंगा को पकड़ा। दरअसल एक व्यक्ति ने अपनी लापता पत्नी और बच्चे के लिए सोशल मीडिया पर मदद मांगी तो पवन क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर उसके घर जा पहुंचा। उसने कहा- उन्हें ढूंढने में मैं तुम्हारी मदद करूंगा, ऐसे केस हैंडल करने में स्पेशलिस्ट हूं। महीनों तक घुमा-फिराकर बातें की और रुपए ठगता गया।
सेबी के फर्जी अधिकारी भी पकड़ाए
दिसंबर 2019 में एसटीएफ ने दो ऐसे अपराधियों को गिरफ्तार किया है जो खुद को सेबी का डीजीएम निर्मल मेहरोत्रा बनकर लोगों के साथ ठगी कर रहे थे। इन्होंने तेलंगाना के साथ ही गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भी ठगी की वारदात को अंजाम दिया। दोनों आरोपी 12वीं तक पढ़े हुए हैं। आरोपी मिहिर पिता राजनारायण हार्डिया निवासी हीरानगर और यौवन पिता सुभाष विश्वकर्मा निवासी पलधुना उज्जैन को कार सहित गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपी इंदौर में किराए का फ्लैट लेकर रह रहे थे। यहां ये अपने अन्य दो साथी नवीन शर्मा और निक्की भदौरिया के साथ एडवाइजरी कंपनियों के डाटा के आधार पर कॉल कर खुद को सेबी का अधिकारी बताकर ठगी करते थे।
फोटो ... लंकेश
फर्जी आईपीएस लंकेश
सितंबर 2020 में फर्जी आईपीएस आयुष शर्मा उर्फ लंकेश को पुलिस ने गिरफ्तार किया। फर्जी आईपीएस के खिलाफ उज्जैन के कई थानों में मामले दर्ज हैं। वह होटलों में आईपीएस के नाम पर रुकता था। लोगों को चकमा देने के लिए वह अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर भी आईपीएस लिखे हुए है। लंकेश की गिरफ्तारी के बाद चला कि उसके के ऊपर उज्जैन में रेप और धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं।
बाक्स में ...
फर्जीवाड़े ऐसे भी..
कुछ दिन पहले लसूडिया इलाके में भी क्राइम ब्रांच के नकली सिपाही का वीडियो वायरल हुआ था। वह एक्टिवा सवार को रोककर चोरी की गाड़ी होने की बात करते हुए थाने जाने की धमकी दे रहा था। एक्टिवा चालक ने समझदारी से उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। पुलिस के पास भी यह वीडियो पहुंचा था। जिसके बाद पुलिस ने इस फर्जी सिपाही को थाने बुलाकर माफी मंगवाई थी।
-  इसी तरह इंदौर में ही पाकिस्तान के कराची से डॉक्टर की डिग्री लेने वाली एक महिला को फर्जी मेडिकल सार्टिफिकेट बनाने के आरोप में पकड़ा गया है।
- मार्च 2022 में पुलिस ने वन विभाग के कर्मचारी को पकड़ा, जो क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर लोगों पर रौब झाड़ रहा । पुलिस ने वनकर्मी नवीन सोलंकी को गिरफ्तार कर स्कॉर्पियो बरामद कर लिया।
फोटो सोलंकी
- अक्टूबर 2021 में पुलिस ने खुद को नकली सब इंस्पेक्टर और सेंट्रल गवर्नमेंट का अंडरकवर पुलिस अधिकारी बताकर युवती को शादी का झांसा देकर सगाई करने और फिर 8 लाख रुपये और एक्टीवा गाड़ी लेने वाले आरोपी राजवीर सोलंकी को पुलिस ने गिरफ्तार किया।