ग्वालियर। ग्वालियर में ट्रेलर व दो ट्रक किराए पर लेकर खुदबुर्द करने के मामले में एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर द्वारा जांच करने के लिए 10 हजार रुपए मांगने का आरोप लगाया गया है। ट्रकों को खुर्दबुर्द करने का मामला 25 मार्च को विश्वविद्यालय थाने में दर्ज किया गया था, लेकिन उसके बाद ठीक से जांच नहीं हुई है। फरियादी ने मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर भी मामले की शिकायत की है। इस मामले में ्रस्क्क मृगांखी डेका ने साफ कहा है कि यदि ्रस्ढ्ढ ने रिश्वत मांगी होगी तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच कराई जा रही है।
पीडि़त का आरोप जांच के नाम पर रुपए मांगे
पीडि़त धर्मवीर ने पुलिस अफसरों को शिकायत की है कि 25 मार्च को मामला दर्ज होने के बाद मामले की जांच ्रस्ढ्ढ मनोज वर्मा के पास थी। पर मामला दर्ज होने के बाद से विवेचना अधिकारी ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। जिस पर पीडि़त के द्वारा 20 अप्रैल 2022 को सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की गई। पीडि़त का आरोप है कि सीएम हेल्पलाइन में शिकायत के बाद ्रस्ढ्ढ ने उसे बुलाया और बताया कि विवेचना में पैसा खर्च होता है। 10 हजार रुपए दोगे तो आगे काम बढ़ेगा। यह भी कहा कि साहब को भी पहुंचाना पड़ेगा। यदि पैसे नहीं दोगे तो मामले में एफआर लगा दूंगा।
ग्वालियर
पुलिस पर रिश्वत का आरोप
- 18 May 2022