इंदौर। एक बुजुर्ग को बेटों ने खर्च से मोहताज कर दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने पिता की जमीन और मकान पर भी कब्जा कर लिया। परेशान बुजुर्ग बुजुर्गों के लिए चलाई जा रही पारिवारिक पुलिस पंचायत में आए। पिता को प्रताडि़त करने वाले बेटों को जब कानून की जानकारी दी गई तो उन्होंने पिता के पैर पकड़ लिए और कभी परेशान नहीं करने का वादा करते हुए साथ ले गए।
एएसी प्रशांत चौबे के अनुसार एक बुजुर्ग ने शिकायत करते हुए बताया कि दो बेटे हैं। उन्होंने अपनी मेहनत से 40 बीघा जमीन खरीदी और मकान भी बनाया। कुछ समय पहले दोनों बेटों ने बाले-बाले उनकी कृषिभूमि बांट ली। दोनों जमीन पर अपनी मर्जी से फसल उगाते हैं, साथ ही जो राशि आती है, उसमें पिता को कोई हिस्सा नहीं देते। इसी प्रकार मकान पर मकान पर भी दोनों बेटों ने कब्जा कर लिया, जबकि मकान के तीन हिस्से होने थे। उन्हें सिर्फ एक ही कमरा दिया है। बुजुर्ग ने रुआंसे होते हुए बताया कि उन्होंने बड़ी मुश्किल से जमीन और मकान लिया था, पर दोनों बेटे उन्हें ना तो फसल में से कोई राशि देते हैं नहीं उन्हें भरण-पोषण देती हैं। इस पर पुलिस पंचायत ने पुत्रों को बुलाया और समझाइश दी गई की पिता की प्रॉपर्टी पर उनका हिस्सा तभी हो सकता है जब तक पिता उन्हें नहीं दे देते। अभी पिता के नाम ही जमीन है। दोनों बेटे उन्हें प्रताडि़त करते थे इस कारण से उन्होंने कृषि भूमि बेटों के नाम नहीं की थी। बेटे जमीन अपने नाम करवाने के लिए दबाव बना रहे थे। पुलिस पंचायत ने दोनों बेटों को बुजुर्ग के कानूनी अधिकार बताए कि वे पिता के साथ इस प्रकार का व्यवहार नहीं कर सकते हैं। पिता की सहमति से ही वे जमीन पर और मकान पर रह सकते हैं। इस पर बेटों तत्काल पिता के पैर पकड़कर माफी मांगी और कहा कि वे अब पिता से इस प्रकार का व्यवहार नहीं करेंगे और साथ ले गए।
बेटा मांगने लगा अपना हिस्सा
एक 65 वर्षीय सीनियर सिटीजन ने शिकायत करते हुए बताया कि उनके दो बेटे हैं। वे अपने छोटे बेटे के साथ रहते हैं, जबकि बड़ा बेटा उन्हें 10 साल से ही छोड़कर चला गया था। उसने कभी भरण पोषण का खर्च नहीं किया। ना ही बीमार होने पर कभी देखने आया। कुछ माह पूर्व बड़ा बेटा घर पर आया, उनसे गाली-गलौज करते हुए मारपीट करते हुए अपने हिस्से की मांग करने लगा। है। बुजुर्ग दंपति बीमार हैं, इसके बाद भी पुत्र को उन पर दया नहीं आई। वह आए दिन घर पर आकर धमकाने लगा। शिकायत सुन पंचायत ने तत्काल बेटे को बुलाया और बताया गया कि वह अपने माता-पिता के साथ इस प्रकार का व्यवहार नहीं कर सकता है। उसे भी बुजुर्गों के कानूनी अधिकार और संतान के कानूनी दायित्व की जानकारी दी। इस पर बेटे ने माफी मांगते हुए कहा कि वह अब अपने माता-पिता को परेशान नहीं करेगा नहीं करेगा। दंपति ने बताया कि उन्होंने बेटे के बारे में पुलिस को कई आवेदन दिए, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस पंचायत में एक ही दिन में उसकी समस्या का समाधान हो गया। इससे हम पूर्णरूप से संतुष्ट हैं।
इंदौर
पुलिस पंचायत में पहुंचे तो मिला न्याय... पिता को खर्च से किया मोहताज, बेटों ने कर लिया मकान-जमीन पर कब्जा
- 08 Oct 2021