भोपाल। पोषण आहार का काम करने वाले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय के करोड़ों रुपए बांटने में बड़ा खेल पकड़ में आया है। ये खेल 6 जिलों भोपाल, रायसेन, अलीराजपुर, झाबुआ, भिंड और मुरैना के महिला एवं बाल विकास विभाग के 40 अफसरों और निचले कर्मचारियों ने मिलीभगत कर किया। इन लोगों ने मानदेय के 11 करोड़ रुपए कार्यकर्ताओं के बैंक खातों में न डालकर अपने और रिश्तेदारों के अकाउंट में जमा कराए।
यह मामला सबसे पहले 2017 में की गई एक सामान्य शिकायत में पकड़ में आया था, लेकिन तब निचले स्तर के सिर्फ 4 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दबा दिया गया था, लेकिन अब कई अफसरों की साजिशन मिलीभगत पकड़ में आने से इसमें कार्रवाई तेज कर दी गई है। अब इन्हें ताबड़तोड़ नोटिस दिए जा रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक डॉ. रामराव भोंसले ने बताया कि 4 और को सस्पेंड कर दिया गया है। दोषियों पर एफआईआर भी कराई जा रही है। बता दें कि विभाग के अपर मुख्य सचिव अशोक शाह ने इस मामले की फाइल दोबारा खुलवाई है।
दो अफसरों की तो बर्खास्तगी का प्रस्ताव
आठ परियोजना अधिकारी और 6 एकाउंटेंट सितंबर 2017 में सस्पेंड हो चुके हैं। तब आरोप-पत्र जारी हुए। विभागीय जांच शुरू की गई। इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई। फिर सब ठंडा पड़ गया।
जांच में चार कर्मचारियों एकाउंटेंट फूल सिंह उमठ (सहायक ग्रेड-एक), केके चौधरी (सहायक ग्रेड-दो), श्याम कुमार बंजानी (सहायक ग्रेड-एक) और राजकुमार लोकवानी (सहायक ग्रेड-तीन) बर्खास्त हो चुके हैं।
आठ तत्कालीन परियोजना अधिकारियों में बबीता मेहरा (बेलिया), नईमउद्दीन खान, मीना मिंज, सुमेधा त्रिपाठी, राहुल दत्त संधीर, कीर्ति अग्रवाल, कृष्णा बैरागी और बीना भदौरिया शामिल हैं।
विभाग के सूत्रों का कहना है कि इसमें दो सीनियर अधिकारी भी शामिल हैं, जो कार्रवाई के विरोध में अदालत का दरवाजा खटखटा चुके हैं। इनकी बर्खास्तगी का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
अलीराजपुर के तत्कालीन सीडीपीओ विजय सिंह सोलंकी, सहायक ग्रेड-एक जगदीश चौहान, सहायक ग्रेड-2 मेहताब सिंह, सहायक ग्रेड-एक बालाराम परमार आदि को हाल ही में 17 सितंबर को निलंबित किया गया है।
ऐसे करते थे फंड ट्रांसफर
विभाग के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मानदेय, यात्रा भत्ता और आंगनबाड़ी भवन के किराए के भुगतान के लिए विभाग में एक ग्लोबस फंड बनाया गया है। इसी का गड़बड़ी करने वालों ने फायदा उठाया। एक खाते में मानदेय का पैसा डाला और इतना ही पैसा अपने व रिश्तेदारों के खाते में भी डलवा दिया। ऐसे 90 खाते सामने आ चुके हैं।
भोपाल
पोषण आहार के खातों में खेल, 6 जिलों के 40 अफसरों ने मानदेय के 11 करोड़ अपने खातों में डाले; अब होगी वसूली
- 22 Oct 2021