इंदौर। शहर को पोस्टर बैनर मुक्त के साथ सफाई में विशेष संसाधन जुटाने वाले इंदौर शहर की चर्चा पूरे देश में हो रही है क्योंकि पिछले 4 सालों से इंदौर को देश के सबसे स्वच्छ शहर का दर्जा मिल रहा है। हालाकि शहर में त्यौराहों पर लगने वाले पोस्टरों व शुभकामनाओं के होर्डिंग्स को निगम के द्वारा कार्रवाई करके हटा दिया जाता है किंतू केंद्रीय मंत्री की जन आशीर्वाद रैली के पहले बुधवार को ही शहर में चौराहों से लेकर गली-गली में बड़े-बड़े होर्डिंग व पोस्टर लगा दिए गए जिन्हे हटाना जरुरी नहीं समझा। शहर पोस्टरों से युक्त पूरी तरह से बदरंग दिख रहा था।
सिंधिया की रैली की जानकारी के साथ व्यवस्थाएं देखने के लिए नगर निगम व प्रशासन के अधिकारी दिनभर शहर में घूमते रहे लेकिन जिन पोस्टरों से कारण शहर को बदरंग होने की परिभाषा दी जाती है आज उन्होने इसे नजर अंदाज कर दिया। सवाल ये उठता है कि क्या किसी राजनेता के कार्यक्रम के लिए लगे पोस्टरों से सड़कें बदरंग नहीं दिखी। शहर में होने वाले सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के पोस्टर जब लोगों की जानकारी के लिए लगाए जाते हैं तो निगम के कर्मचारी तत्काल पहुंचकर उन्हे हटा देते है किंतू गुरुवार को हुई इस पोस्टरबाजी को लेकर किसी ने संज्ञान नहीं लिया ना इनको हटाना जरुरी समझा।
इंदौर
पोस्टरों से पट गया शहर किसी का ध्यान नहीं, देश के सबसे स्वच्छ शहर में देखने को मिली लापरवाही
- 20 Aug 2021