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इंदौर

फरियादी के मुंहबोले रिश्तेदार ही निकले घटना में शामिल लोग

  • 25 Sep 2024

मदद मांगने गई भतीजी को ही नहीं पहचान सका था  
इंदौर। खजराना पुलिस ने फरियादी और उसके परिजनों की हत्या के उद्देश्य से पथराव करने के मामले का 24 घंटे में खुलासा कर दिया है। मामले में खुद फरियादी के रिश्तेदार ही मुख्य आरोपी निकले। थाने के उप निरीक्षक अजयसिंह कुशवाह ने बताया कि  23 सितंबर को फरियादी हरीनारायण उर्फ हैदर शेख ने रिपोर्ट लिखाई थी कि कुछ लोगो ने उसके घर के बाहर से पत्थर फेके और नारेबाजी कर रहे थे, जिससे फरियादी व उसके परिजनों की जीवन संकटापन्न हो गया था। अंधेरा होने से फरियादी व परिजन पत्थर फेकने, नारेबाजी करने वालों को देख नहीं पाए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी मनोज सिंह सेंधव ने पुलिस टीम अज्ञात आरोपियों को पकडऩे रवाना की। टीम ने घटना स्थल में लगे कैमरे के फुटेज और मुखबिरों से संपर्क कर हुलिये अनुसार आरोपियों की तलाश शुरू की। फुटेज के आधार पर पुलिस ने शुभम् उर्फ उमांशकर  पिता अशोक बिल्लौरे निवासी खजराना, आकाश पिता विनोद श्रीवास निवासी गुरूनानक नगर खजराना से पुछताछ की गई तो घटना कुछ और ही निकली।  घटना की तस्दीक की गई तो पाया कि फरियादी की पत्नी आशु की मुंहबोली बहन साजिया हासमी पति हफिज खान खजराना की नाबालिक बेटी अपनी माँ से लड़ाई होने के बाद कालोनी के दो लोगो के साथ मौसी आशु के पास मदद मागंने रेपिड़ों बाईक से गई थी, जहाँ नाबालिग ने कई बार आशु और  हैदर को पुकारा। दरवाजा न खोलने के दौरान मदद के तौर पर शुभम्, आकाश ने भी आवाज लगाई गई परन्तु किसी ने दरवाजा नहीं खोला। नींद से उठाने शुभम् और आकाश ने वहीं पड़े पत्थर उठाए, ताकि परिजनों की नींद खुल जाए,पर पत्थर घर में फेके नहीं थे। जब मदद के लिये कोई आसरा नही दिखाई दिया तो नाबालिक बालिका अपनी सहेली के घऱ गाँधी नगर चली गई थी।
घटना क्रम की कडिय़ा जोडने नाबालिक और उसकी माँ साजिया हासमी का साई श्रृद्धा कालोनी में जहाँ झगड़ा हुआ वहाँ के फुटेज से  घटना की तस्दीक की गई। नाबालिक की मदद के लिये गये शुभम् और आकाश रेपिडों वाले के पीछे पीछे गये थे ताकि नाबालिक के साथ कोई अप्रिय घटनाक्रम न हो जाए। इसी दौरान दोनो ने नाबालिक को उसकी मौसी के घर जाने के दौरान  विडियो भी  बनाया था। तब पुलिस को मामले की सच्चाई का पता चला।