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भोपाल

फिर खराब चावल की सप्लाइ

  • 26 Jul 2021

भोपाल। प्रदेश में गरीबों के लिए खराब चावल की सप्लाई का मामला 10 महीने बाद फिर सामने आया है। जबलपुर से 2600 टन चावल पीडीएस के जरिए रतलाम भेजा गया है, जिसमें इल्ली, फंगस, घुन लगा हुआ है। जानकारों का कहना है कि ऐसा चावल तो मुर्गे के दाने के ही उपयोग का बचा होगा या फिर इसे जानवर खाएंगे।
चावल की यह रैक जबलपुर से 17 जुलाई को रतलाम पहुंची। जिला आपूर्ति अधिकारी ने रैक को चैक किया तो खराब चावल की असलियत सामने आई है। इसके बाद रतलाम में एमपी स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन के जिला प्रबंधक ने जबलपुर के जिला प्रबंधक को पत्र लिखकर साफ किया कि इस चावल को बांटने से किसी को परेशानी हुई तो जवाबदारी मिलर की होगी। इसके बाद एमपी स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन के एमडी अभिजीत अग्रवाल ने कहा कि वे तुरंत प्रकरण दिखवाते हैं। इधर, रतलाम सिविल सप्लाई कार्पोरेशन के जिला प्रबंधक केसी उपाध्याय ने कहा कि पूरे रैक की जांच की है। इसमें चूरी, गंदगी काफी ज्यादा मिली है।
चावल जांच कर भेजने को कहा था
रैक रवाना होने से पहले सिविल सप्लाई कार्पोरेशन रतलाम और जबलपुर के जिला प्रबंधक में फोन पर बात हुई थी। कार्पोरेशन ने कहा था कि क्वॉलिटी पर ध्यान देकर अच्छी किस्म का चावल ही भेजा जाए। इसके बाद भी जबलपुर के जिला प्रबंधक ने खराब चावल की सप्लाई दे दी।
पहले भी जबलपुर में ही मिली थी गड़बड़ी
2020 में जबलपुर रीजन में खराब चावल पकड़ा गया था। मंडला, बालाघाट में भी घटिया चावल मिला था। बाद में भोपाल के बैरसिया, छोला रोड, करोंद मंडी के 3 गोदामों से 1315.4 मीट्रिक टन खराब चावल बरामद किया था। इसमें 68.9 मीट्रिक टन चावल खाने योग्य नहीं मिला।