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फ्रॉड की हद हो गई- भगवान राधाकृष्ण को बना दिया इंसान खुद बन बैठे उनके बाप

  • 07 Apr 2022

डिंडौरी। भगवान को मां-बाप तो बनाया और माना जा सकता है लेकिन डिंडौरी में तो फ्रॉड की हद हो गयी. यहां मंदिर की जमीन हड़पने के लिए आरोपी खुद भगवान कृष्ण और राधा के पिता बन बैठे. जब इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ तो अफसर भी दंग रह गए. अब आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है. मंदिर की करोड़ों की जमीन वापस छुड़ा ली गयी है.
डिंडौरी जिले में इस बार खुद भगवान ही फर्जीवाड़े का शिकार हो गए हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि जमीन हथियाने के लिये एक शख्स भगवान राधाकृष्ण का पिता बन बैठा. उसने तत्कालीन राजस्व अमले के साथ मिलीभगत कर करीब 30 एकड़ जमीन अपने नाम करवा ली. अब जाकर इसका खुलासा हुआ
राधाकृष्ण मंदिर की ज़मीन हड़पी
ये मामला अमरपुर के रामगढ़ स्थित रानी अवंती बाई किला परिसर का है. यहां श्री राधाकृष्ण का मंदिर है. इसी मंदिर के नाम से भू- अभिलेखों में 30 एकड़ जमीन दर्ज थी. वर्ष 1964 तक यह जमीन श्रीराधा कृष्ण मंदिर के नाम से ही थी. लेकिन उसके बाद जालसाजों की नजर इस पर पड़ गयी. उन्होंने राजस्व अमले और अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर बड़ा खेल करते हुए श्रीराधा कृष्ण मंदिर का नाम खसरे से हटवा दिया. इतना ही नहीं दस्तावेजों में भगवान श्रीराधा कृष्ण को इंसान बना दिया गया और उनके पिता का नाम दिगंबर दर्ज कर बेशकीमती जमीन चार हिस्सों में बांट दी गई.
राधा कृष्ण के पिता बन बैठे घोटालेबाज
मंदिर की उस जमीन की कीमत 2 करोड़ से अधिक बताई जा रही है. वर्ष 2018 -19 में जमीन के अभिलेखों में हेराफेरी कर दी गयी. भगवान राधाकृष्ण का नाम इंसान के तौर पर दर्ज कर दिया गया. उनके पिता की जगह आरोपी ने अपना नाम दिगंबर सखाकार और होशियार सिंह दर्ज करवा दिया. फजऱ्ीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब कलेक्टर रत्नाकर झा वीरांगना रानी अवंती बाई के जमींदोज हो रहे रामगढ़ किले को पर्यटन स्थल के तौर पर  विकसित करने की रूपरेखा बना रहे थे. सरकारी दस्तावेजों में यह बड़ा खेल देखकर कलेक्टर भी दंग रह गए और उन्होंने एसडीएम से फजऱ्ीवाड़े की जांच कराई.
मंदिरों की जमीन के लिए विशेष अभियान
जांच में ये गड़बड़ी सही पायी गयी. उसके बाद प्रशासन ने रिकॉर्ड ठीक किया और उस जमीन को फिर से श्री राधाकृष्ण मंदिर के नाम से दर्ज कर दिया है. रानी अवंती बाई के महल रामगढ़ से जुड़ा मामला होने के कारण प्रशासन पूरी गंभीरता बरत रहा है. कलेक्टर रत्नाकर झा मंदिर ट्रस्ट की जमीनों के लिए विशेष अभियान चला रहे हैं. अब तक जिले भर में आधा दर्जन से अधिक मंदिरों की जमीन में की गयी हेराफेरी वो ठीक करवा चुके हैं.