भोपाल। मुंबई व दिल्ली के बाद पेटीएम, फोन-पे और अमेजन-पे जैसे यूपीआई (एकीकृत भुगतान इंटरफेस) एप से फ्रॉड की सबसे ज्यादा शिकायतें भोपाल से आई हैं। भारतीय रिजर्व बैंक की ताजा रिपोर्ट के अनुसार एक साल में भोपाल में यूपीआई फ्रॉड 82.63 प्रतिशत बढ़े। इनमें भी 76.27प्रतिशत शिकायतकर्ता सामान्य हैं। वे न तो किसी कंपनी के हैं, न व्यापारी या विभाग।
राज्य सायबर पुलिस की मानें तो इसके पीछे बड़ी वजह- मोबाइल में रिमोट एक्सेस को डिसेबल्ड न करना और अंग्रेजी में आए मैसेज को न समझना है। फोन पे यूजर सबसे ज्यादा ठगे गए। इसके बाद अमेजन पे और मोबिविक यूजर। मप्र में बीते एक साल में जो मामले सामने आए, उनमें ज्यादातर ठग पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, बिहार, उत्तराखंड, यूपी व गुजरात के निकले।
ऐसे करते हैं ठगी
ठग यूपीआई के नाम से अंग्रेजी में मैसेज भेजते हैं। उसमें एक यूनीफॉर्म रिसॉर्स लोकेटर (यूआरएल) लिंक होती है। कई यूजर अंग्रेजी समझ नहीं पाने से मैसेज नहीं पढ़ते और लिंक को क्लिक कर देते हैं। इसके तुरंत बाद ठग फोन को रिमोट एक्सेस पर लेकर यूपीआई के जरिए खाते में जमा राशि साफ कर देते हैं।
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निवेश के नाम पर युवती से ठगी
जबलपुर में निवेश के नाम पर एक युवती से ठगी का मामला सामने आया है। युवती के पास सोशल साइट्स पर कॉल आया था। जालसाज ने उसे 3 प्रतिशत ब्याज और अन्य लोगों को जोडऩे पर कमीशन का ऑफर दिया था। युवती ने इस मामले में गोरखपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। गोरखपुर पुलिस के मुताबिक हाथीताल कॉलोनी निवासी प्रियंका गुप्ता (27) ने शिकायत दर्ज कराई। मई 2021 में उसके पास सोशल साइट्स से एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने बताया कि वह एक निवेश कंपनी में काम करता है। उसने उसकी कंपनी में निवेश करने पर हर महीने 3 प्रतिशत ब्याज और अपने साथ अन्य लोगों को जोडऩे पर कमीशन का लालच दिया था। प्रियंका जालसाज के झांसे में आ गई। उसने 6 मई से अब तक इस कंपनी में 60 हजार 200 रुपए जमा कर चुकी है। पैसे लेने के बाद जालसाज अब न तो उसका कॉल रिसीव कर रहे हैं और न ही पैसे वापस कर रहे हैं। युवती की शिकायत पर गोरखपुर पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।
DGR विशेष
बढ़ता साइबर क्राइम : मुंबई-दिल्ली के बाद सबसे ज्यादा यूपीआई फ्रॉड भोपाल में, एक साल में 82.63 प्रतिशत केस बढ़ गए
- 31 Jan 2022