Highlights

भोपाल

बीएड-डीएड कॉलेज फर्जीवाड़ा मामले में ... STF ने जारी किए नोटिस

  • 15 Jun 2024

फर्जी तरीके से 6 कॉलेज का मान्यता से पूर्व इंस्पेक्शन किसने किया था
एनसीटीई और जीवाजी यूनिवर्सिटी प्रमुख  से जवाब मांगा
भोपाल । मध्यप्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों की तरह बीएड-डीएड कॉलेजों के फर्जीवाड़े के मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) और जीवाजी यूनिवर्सिटी के प्रमुख को नोटिस जारी कर दिए हैं। इन नोटिस में जवाब मांगा है कि फर्जी तरीके से मान्यता पाने वाले कॉलेज के इंस्पेक्शन किन अधिकारी-कर्मचारी ने किए थे। उन्हें सूटेबल रिपोर्ट किसने जारी की थी। जिसके आधार पर कॉलेज को मान्यता मिली थी।
एसटीएफ एसपी राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि एनसीटीई दिल्ली और जीवाजी यूनिवर्सिटी के प्रमुख को नोटिस जारी किए हैं। जवाब मांगा है कि फर्जी तरीके से 6 कॉलेज का मान्यता से पूर्व इंस्पेक्शन किसने किया था। मान्यता दिलाने में किस अधिकारी कर्मचारी की क्या भूमिका था। उनके नाम और पद की जानकारी मांगी है। जिससे दोषी अधिकारी-कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की जा सके। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। जांच पूरी होते ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। बता दें, ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के 6 कॉलेजों की जांच में पता चला था कि मान्यता के लिए फर्जीवाड़े की सभी हद पार कर दी गई थी। आरोपियों ने जहां कॉलेज होना बताया, उस भूमि पर खेत बने हैं।
भवन बनाने की परमिशन भी फर्जी निकली
ग्राम पंचायत से भवन बनाने की अनुमति भी फर्जी तरीके से ली गई। यहां तक कि सरपंच के साइन तक फर्जी किए गए। इसी के साथ बैंक की फिक्स डिपॉजिट रिसीप्ट (एफडीआर) भी फर्जी तरीके से बना ली। एसटीएफ अब एससीटीई और जीवाजी यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों की भूमिका की जांच भी कर रही है। 29 मई को एसटीएफ ने 6 कॉलेजों के खिलाफ धोखाधड़ी, कूट रचित दस्तावेज तैयार करना और आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में केस दर्ज किया था।
बैंक की फिक्स डिपाजिट रिसिप्ट भी फर्जी
एसटीएफ के एसपी राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि अब तक की जांच में सामने आया कि कुछ कॉलेजों ने मान्यता के लिए जो एफडीआर लगाई थी, वह बैंक द्वारा जारी करने से ही इनकार किया गया है। कॉलेज में भवन निर्माण के लिए डायवर्सन आदेश को जिस एसडीओ कार्यालय से जारी करना बताया गया, वहां से उन्हें जारी ही नहीं किया है। भवन पूर्णता आदेश जिन पंचायतों से जारी करना बताया गया, उन पंचायतों ने ऐसे आदेश जारी करने की बात से ही इनकार कर दिया है।
इन कॉलेज पर दर्ज है एफआईआर
एसटीएफ ने अंजुमन कॉलेज ऑफ एजुकेशन सेवड़ा (दतिया), प्राशी कॉलेज ऑफ एजुकेशन मुंगावली (अशोक नगर), सिटी पब्लिक कॉलेज शाढ़ौरा (अशोक नगर), मां सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय, वीरपुर (श्योपुर), प्रताप कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बड़ौदा (श्योपुर), आइडियल कॉलेज, बरौआ (ग्वालियर) के संचालकों को आरोपी बनाया है। एसटीएफ ये भी पड़ताल करेगी कि ये अब तक कितनी डिग्रियां बांट चुके हैं।