शाजापुर. मध्य प्रदेश के शाजापुर जिला अस्पताल में उस वक्त असहज स्थिति बन गई, जब बीजेपी जिलाध्यक्ष ने सिविल सर्जन के पैर छू लिए. दरअसल, गुरुवार को जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर जमकर हंगामा हो रहा था. बीजेपी नेता और डॉक्टर आमने-सामने हो गए थे. बीजेपी जिलाध्यक्ष अंबाराम कराड़ा जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं से इतने आक्रोशित हुए कि अस्पताल में कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए. इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों पर रुपये लेकर इलाज करने का आरोप लगाया. ये भी कहा कि अस्पताल से मरीजों को जबरदस्ती रेफर कर दिया जाता है.
इस दौरान राजू निदारिया नीचे बैठकर बीजेपी जिला अध्यक्ष अंबाराम कराड़ा को समझाने की कोशिश करने लगे. लेकिन, जब उनके बीच बातचीत करने सिविल सर्जन बीएस मैना पहुंचे तो कराड़ा ने उनके पैर छुए. कराड़ा ने कहा- लोग डॉक्टर को भगवान का स्वरूप मानते हैं, लेकिन कुछ डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी मरीजों का शोषण कर रहे हैं. ये हंगामा काफी देर तक चलता रहा और अधिकारियों-नेताओं की बहस होती रही.
एक-दूसरे के खिलाफ दिया ज्ञापन
काफी देर तक चले हंगामे के बाद एसडीएम शैली कनाश और सीएमएचओ ने व्यवस्थाओं को सुधारने का आश्वासन दिया. उशके बाद सभी नेता धरने से उठ गए. व्यवस्था सुधारने को लेकर बीजेपी जिलाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी एसडीएम को सौंपा. वहीं, इस घटना के बाद अस्पताल के सिविल सर्जन सहित सभी सीनियर डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर दिनेश जैन को ज्ञापन दिया. उन्होंने कलेक्टर से कहा कि जिला अस्पताल में आए दिन भीड़ द्वारा हंगामा और डॉक्टर से अभद्रता की जा रही है. इसके चलते काम करना मुश्किल हो रहा है और डॉक्टर भारी दबाव में हैं.
हालात वैसे के वैसे
बीजेपी नेताओं ने कहा कि जिला चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं और मरीजों से रुपये मांगे जाने के विरोध में हमारा आगे भी जारी रहेगा. हमने आज ट्रामा सेंटर के बाहर धरना प्रदर्शन किया. पहले भी बीजेपी अस्पताल प्रबंधन को चेतावनी दे चुकी है. लेकिन, उसके बाद भी हालात ठीक नहीं हुए. डॉक्टरों ने एक महिला की डिलेवरी के लिए परिजनों से रुपये मांगे, जो गलत था.
शाजापुर
बीजेपी नेता ने पड़े सिविल सर्जन के पैर, बोले- डॉक्टर तो भगवान होते हैं,
- 09 Apr 2022