सागर। बेटियां अब अपने बाल विवाह खुद रुकवा रही हैं। विशेष किशोर इकाई ने तीन बाल विवाह रुकवाएं हैं। इनमें से दो में सूचना लड़कियों ने खुद टीम को दी है। तो वहीं एक अन्य मामले में टीम ने उजनेठ गांव में एक लड़के का बाल विवाह रुकवाया है।
विशेष किशोर इकाई की ज्योति तिवारी ने बताया कि पहले अधिकांश मामलों में लड़कियां शादी को लेकर जिद करती थी और आत्महत्या करने तक की धमकी देती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। पढ़ी-लिखी होने से अब बहुत से मामलों में बेटियां खुद फोन कर बाल विवाह की सूचना देती हैं और उसे रोकने के लिए कहती हैं। सूचना के आधार पर टीम कार्यवाही कर बाल विवाह रोकती है।
केस-1 लड़की ने कहा- जब शादी हो तब टीम को भेजिए
ज्योति तिवारी ने बताया कि मालथौन में मां-बाप कक्षा 9वीं में पढऩे वाली अपनी साढ़े 14 साल की बेटी का विवाह बांदरी में करवा रहे थे। लड़की ने करीब आठ दिन पहले फोन कर सूचना दी कि मां-बाप मेरी जबरदस्ती शादी करा रहे हैं। आप आकर रुकवा दीजिए। लड़की ने फोन पर ये भी कहा कि अभी मत आईये जब शादी की रस्में शुरू हो तब आकर रुकवा दीजिए। टीम जब वहां पहुंची तो मंडप का कार्यक्रम व हल्दी की रस्में चल रही थी। इसके बाद टीम ने मां-बाप को समझाइश दी और बाल विवाह को रोक दिया।
केस-2 लड़की ने दौड़कर राहगीर को दी सूचना, मेरा बाल विवाह हो रहा है
ज्योति तिवारी ने बताया कि गढ़ौला खुर्द गांव में मुखबिर ने एक लड़की के बाल विवाह होने की फोन पर सूचना दी थी। मुखबिर ने बताया था कि लड़की दौड़ते हुए उसके पास आई और बोली कि मेरा बाल विवाह हो रहा है। टीम को सूचना देकर मेरा विवाह रुकवा दीजिए। इसके बाद राहगीर ने कंट्रोल रूम फोन कर सूचना दी और टीम मौके पर पहुंच गई। ज्योति ने बताया कि गढ़ौला खुर्द में मां-बाप 8वीं में पढऩे वाली अपनी साढ़े 15 साल की बेटी की शादी 21 साल के युवक से करा रहे थे। मां-बाप को समझाइश दी और बेटी को आश्रम भेजने की बात कही तो वे बाल विवाह न करने के लिए तैयार हो गए। सरपंच ने भी बाल विवाह रोकने में मदद की।
सागर
बेटियां खुद रुकवा रहीं बाल विवाह
- 21 Jun 2021