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इंदौर

बॉडी बनाने के शौक में दांव पर जान

  • 22 May 2023

युवा ले रहे खतरनाक प्रोटीन पावडर और फूड सप्लीमेंट
इंदौर। फीट रहना हर किसी की चाहत रहती है, चाहे वह किसी भ्ज्ञी उम्र का क्यों न हो। वर्तमान में देखने में आ रहा है कि युवा को फिट रहने के साथ-साथ अपनी बॉडी बनाने का शौक भी रखते हैं और इसके चलते वे कई बार अपनी जान मुश्किल में डाल लेते हैं या यूं कहे कि अपनी जान दांव पर लगा देते हैं। दरअसल बॉडी बनाने के लिए वे बहकावे में आकर या बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह लिए खतरनाक प्रोटीन पावडर और ऐसे फूड सप्लीमेंट ले लेते हैं, जो उनके शरीर घातक हो जाते हैं। इसके चलते वे किसी गंभीर बिमारी के शिकार हो जाते हैं या फिर उनकी जान पर बन आती है।
देखने में आया है कि इसका सबसे प्रमुख कारण कम समय में हष्ट-पुष्ट शरीर और बॉडी बनाने का शौक है, जो युवाओं को बीमार कर रहा है। फिल्म अभिनेताओं की तर्ज पर मसल्स बढ़ाने करने के चक्कर में प्रोटीन पावडर और फूड सप्लीमेंट खतरनाक साबित हो रहे हैं। इनसे बॉडी और मसल्स तो बढ़ जाते हैं, लेकिन कुछ ही दिनों में साइड इफेक्ट्स भी सामने आने लगते हैं।
शहर में हाल ही में ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं, जिनमें जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में दो लोगों की जान पर बन आई। वहीं बिना किसी सलाह के दूसरों के बहकावे में आकर खतरनाक दवाइयों का सेवन करके बॉडी तो बना ली, लेकिन यह हष्ट-पुष्ट शरीर भी ज्यादा दिनों तक नहीं रहा और इसके साइड इफेक्ट सामने आने के बाद पता चला कि वे किसी बीमारी का शिकार हो गए। जो दो मामले सामने आए हैं उनमें पता चलता है कि फूड सप्लीमेंट लेने के बाद युवाओं की जान पर बन आई है।
घोड़े को लगाने के इंजेक्शन ले लिए
विजय नगर पुलिस ने कुछ माह पूर्व एक युवक की शिकायत पर मोहित पाहूजा निवासी छोटा बांगड़दा पर केस दर्ज किया। युवक को प्रोटीन शॉप संचालक ने झांसा दिया कि वह फिल्मी सितारों जैसी बॉडी बनवा देगा। युवक ने प्रोटीन पावडर, तीन तरह के इंजेक्शन और कुछ गोलियां 8400 रुपए में खरीदी। रात में पावडर लिया तो लूज मोशन हो गए। अगले दिन इंजेक्शन लगाने के बाद चक्कर आने लगे। जब तबियत अधिक बिगड़ी तो परिवार के लोग डॉक्टर के पास इलाज कराने के लिए ले गए, जहां जांच में पता चला कि लिवर में सूजन आ गई। डॉक्टर ने जब बीमार होने का कारण पूछा तो प्रोटीन पावडर और इंजेक्शन की बात बताई, जिससे पता चला कि ये इंजेक्शन रेस में भाग लेने वाले घोड़े और कुत्तों को दिए जाते हैं। मामले में पुलिस ने भी जांच के बाद मोहित पर केस दर्ज कर कार्रवाई की।
अस्पताल में भर्ती होना पड़ा
इसी तरह एक और मामला जूनी इंदौर थाना क्षेत्र में सामने आया। इस मामले में पुलिस ने सिंधी कॉलोनी निवासी रवींद्र गौड़ा के खिलाफ केस दर्ज किया। रवींद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने वाले युवक ने पुलिस को बताया कि ने 14 मार्च को सपना-संगीता रोड स्थित हाई बोर्न न्यूट्रीशियन नामक दुकान से दवाइयां खरीदी। रविंद्र ने इंजेक्शन के साइड इफेक्ट नहीं होने के प्रति आश्वस्त किया। युवक ने पावडर और इंजेक्शन खरीद लिए। अगले दिन पावडर के सेवन से परेशानी होने लगी। इंजेक्शन लिए तो कुछ देर बाद दिल की धड़कन तेज हो गई। अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। अस्पताल से छुट्टी मिलते ही पीडि़त ने केस दर्ज करवाया।
इन दोनों मामलों में एक समानता है कि दोनों ही पीडि़त युवक अपनी बॉडी जल्दी और सुंदर व आकर्षक बनाना चाहते थे, जिसके चलते वह बहकावे में आ गए और डॉक्टर की सलाह लिए बिना ही अपनी जान दांव पर लगाकर प्रोटीन पावडर और इंजेक्शन का उपयोग कर लिया। जिससे उनकी जान मुश्किल में आ गई। यह तो वे मामले हैं, जो सामने आए हैं, इनके अलावा शहर में कई स्थानों पर इस तरह युवकों को बॉडी बनाने का ऌाांसा देकर खतरनाक प्रोटीन पावडर, इंजेक्शन और अन्य दवाइयां बेचने का गोरखधंधा चल रहा है।
चल रहा ठगी का खेल
विशेषज्ञों का कहना है कि जिम व अन्य स्थानों पर युवाओं को प्रोटीन पावडर के नाम पर ठगा जा रहा है। इंजेक्शन अथवा पावडर नशे की तरह होता है। इसे नहीं लेने पर शरीर लाचार हो जाता है। किडनी, लिवर पर असर पड़ता है। डॉक्टर की सलाह के बिना इनका सेवन न करें।
ये होते हैं नुकसान
-इसमें हार्मोंस व अन्य रसायन होते हैं, जिन्हें लेने पर सीबम बढ़ जाता है। मुंहासे बढ़ सकते हैं।
-शरीर में न्यूट्रिशन का असंतुलन हो सकता है। प्राकृतिक प्रोटीन जैसे अंडे, दूध और मीट लेने से ऐसा होने की आशंका कम होती है।
सिरदर्द, चक्कर आना, कब्ज और मांसपेशियों में दर्द की शिकायत हो सकती है।
-स्टेरॉयड मिला पावडर हृदय, लिवर का आकार बढ़ा सकता है। ब्लड सकुर्लेशन में दिक्कत होने लगती है, जिससे हृदय और किडनी पर प्रभाव पड़ता है।
एक्सपर्ट व्यू
कम समय में बॉडी बनाना तकलीफदायक  
विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह से युवाओं में अपनी बॉडी बनाने और शरीर को फिट रखने का क्रेज बढ़ा है, वह बहुत अच्छी बात है। हर किसी को फिट भी रहना चाहिए, लेकिन यह हमेशा ध्यान रखा जाना चाहिए कि मेहनत  (डेली वर्कआउट) न करते हुए किसी अन्य तरीके से कम समय में बॉडी बनाना हमेशा तकलीफ दायक हो सकता है। कम समय में शरीर के मसल्स फुलाने के चक्कर में युवा गंभीर बीमारी के शिकार हो जाते हैं।  यदि प्रोटीन पावडर, इंजेक्शन या अन्य कोई दवाई लेने की आवश्यकता हो तो बिना किसी विशेषज्ञ या डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए।  लोग समऌादार हैं, यदि कोई किसी चीज को दिखाकर बेच रहा है तो पहले उसकी पूरी जानकारी लेना चाहिए, तभी उसका उपयोग करना चाहिए। बहकावे में आकर अपना ही नुकसान नहीं करना चाहिए, क्योंकि हमें फीट होना है न कि हमें एथलीट बनकर घूमना है। देखने में   जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में युवा गलत रास्ते पर चले जाते हैं।