इंदौर। आनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम देने वाली गैंग ने महिला मित्र को झांसे में लेकर उससे सवा लाख से अधिक रुपए ऐंठ लिए। महिला को कहा कि उसका जहाज विशाखापटनम बंदरगाह पर कस्टम विभाग के शिकंज में फंस गया है। इस पर महिला ने कियोस्क सेंटर पर राशि जमा करा दी थी। क्राइम ब्रांच को
महिला फरियादी ने शिकायत की कि सोशल मीडिया के माध्यम से मोहित नाम के व्यक्ति से उसकी मित्रता हुई थी। मोहित ने उसे वाट्सअप कॉलिंग पर कहा कि मेरा जहाज विशाखापटनम पोर्ट पर कस्टम अधिकारियों ने रोक लिया है। जहाज को छुड़ाने के लिए पैसे की जरूरत है। महिला ने मोहित की बातों में आकर अलग–अलग बैंक खातों में 1,27,998 रुपए जमा दिए। कुछ देर बाद महिला को पता चला कि मोहित ने पैसे लेने के लिए झूठ बोला था। आरोपियों न भंवरकुआ क्षेत्र स्थित एमपी ऑनलाइन कियोस्क सेंटर के माध्यम से पैसे कैश निकालकर आपस में बांट लिए थे। महिला की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने मोहित के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 में केस दर्ज किया था। जांच के बाद पुलिस ने मोहित उर्फ अमन रघुवंशी निवासी फ्रेंड्स कॉलोनी गुना, उसके साथी दिव्यांश चौरसिया निवासी पुरानी शिवपुरी तथा अचल उर्फ रौनक जैन निवासी साई गंगोत्री विहार इंदौर को गिरफ्तार किया है।
निजी जानकारी आरोपी को दी थी- आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि महिला फरियादी का अचल जैन पहले से मित्र था। उसने ठगी के इरादे से फरियादी का व्हाटसप नंबर, सोशल मीडिया अकाउंट्स एवं अन्य निजी जानकारी अपने मित्र मोहित रघुवंशी को दी थी। मोहित ने भी महिला से दोस्ती कर ली थी।
कई लोगों से ठगी
करना कबूला
आरोपियों ने बताया की उनकी गैंग के सदस्य लोगों से सोशल मीडिया पर पहचान करते हैं। फिर बातों में उलझाकर ठगी करते हैं। आरोपियों ने फर्जी इन्वेस्टमेंट पेज बनाकर लोगों से निवेश के नाम से पैसे लेना भी कबूला है।
इंदौर
बंदरगाह पर फंसने के नाम से ऐंठे सवा लाख रुपए, ऑनलाइन ठगी करने वाली गैंग के 3 शातिर आरोपी गिरफ्तार
- 05 Oct 2023