एक दिसंबर से दो माह तक होगी वन्य प्राणी एरिया में गश्त
भोपाल,(एजेंसी)। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत के बाद वन विभाग ने वन्य प्राणी क्षेत्रों में गश्त तेज करने और अवैध शिकार करने वालों पर कार्रवाई के लिए आॅपरेशन ह्यवाइल्ड ट्रैपह्ण चलाने का फैसला किया है।
यह अभियान 1 दिसंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक चलेगा। अभियान के तहत जांच दल के अधिकारी हर 15 दिन में अपने एरिया की गश्त से संबंधित रिपोर्ट सौंपेंगे। वन विभाग ने यह भी कहा है कि जिन क्षेत्रों में गश्त नहीं होगी, वहां के काम का रिव्यू कर कार्रवाई की जाएगी।
इन अधिकारियों को भेजी गई चिट्ठी
इस अभियान के क्रियान्वयन के लिए मुख्य वन संरक्षक, क्षेत्रीय वन संरक्षक, टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक, राष्ट्रीय उद्यान संचालक, क्षेत्रीय मुख्य महाप्रबंधक वन विकास निगम, सभी क्षेत्रीय वन्यजीव वन मंडल अधिकारी और संभागीय प्रबंधक वन विकास निगम को निर्देश दिए गए हैं। इनसे कहा गया है कि वे वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और अभियान की कार्यवाही की रिपोर्ट वन मुख्यालय को भेजें।
गश्ती दल में 15 डॉग स्क्वाड का दस्ता साथ चलेगा
अभियान के दौरान वन क्षेत्र या राजस्व-वन क्षेत्र की सीमा पर विद्युत लाइनों के नीचे अनिवार्य रूप से गश्ती के निर्देश दिए गए है। इसके साथ ही फॉरेस्ट से लगे कृषि क्षेत्रों में लगी फेसिंग या बागड़ की सर्चिंग होगी। हर गश्ती दल में 15 डॉग स्क्वाड का दस्ता और मैटल डिटेक्टर हैंडलर दस्ता भी चलेगा। गश्ती के दौरान कहीं भी फंदे या लेग होल ट्रैप में वन्यजीव फंसा मिलता है, तो तत्काल रेस्क्यू स्क्वाड की मदद से मुक्त कराकर घायल होने पर इलाज कराया जाएगा, स्वस्थ्य होने पर जंगल में छोड़ा जाएगा। इलेक्ट्रोक्यूशन पाए जाने पर विद्युत विभाग की मदद से विद्युत आपूर्ति बंद कराकर कार्यवाही की जाएगी। वन अपराध में पूर्व में लिप्त रहे आरोपियों को निगरानी रजिस्टर में दर्ज कराया जाएगा। जरूरत पड़ने पर स्थानीय पुलिस की मदद ली जाएगी।
भोपाल
बांधवगढ़ में हाथियों की मौत से सबक:आॅपरेशन वाइल्ड ट्रेप चलेगा
- 18 Nov 2024