इंदौर। रेसकोर्स रोड के पास स्थित एक खाली प्लाट पर निर्माण से पहले ही नौ हरे-भरे पेड़ बिना अनुमति के काट डाले। नगर निगम उद्यान विभाग को इसकी सूचना मिली, तो अधिकारी मौके पर पहुंचे और काम रुकवाकर औजार जब्त किए।
पहले कार्रवाई नहीं करने के लिए दबाव बनाने की बात भी सामने आई, लेकिन उद्यान विभाग के उपायुक्त कैलाश जोशी ने इसका खंडन किया। उन्होंने बताया कि अवैध पेड़ कटाई के मामले में गुरुवार को पुलिस में प्रकरण दर्ज कराया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि जोन-9 में 16 और 17 बटा 1 रेसकोर्स स्थित खाली प्लाट (सुख सागर अपार्टमेंट के सामने) के संबंध में दरोगा शशि भैरवाल को सूचना मिली थी कि वहां अपार्टमेंट बनाने के लिए हरे-भरे पेड़ काटे जा रहे हैं। दरोगा ने मौके पर पहुंचकर अनुमति मांगी और अनुमति नहीं मिलने पर काम रुकवाया। उपायुक्त भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि प्लाट मालिक का नाम तो पता नहीं चला है। मौके पर मजदूर ही थे, जिन्हें कोई जानकारी नहीं थी। पता चला है कि मालिक भोपाल में रहता है।
नगर निगम के बिल्डिंग परमिशन विभाग से प्लाट के आधार पर जानकारी लेकर मालिक के खिलाफ पुलिस में प्रकरण दर्ज करवाएंगे। मौके पर पेड़ काट रहे मजदूरों से दो आरे जब्त किए हैं। जो पेड़ काटे गए हैं, उनमें अशोक, आम, नीम चमेली और फाइकस प्रजाति के पेड़ हैं। पेड़ों की ऊंचाई आठ से 15 फीट के बीच है। निगम ने लकडिय़ां जब्त की हैं, जिन्हें गुरुवार को बुलडोजर-डंपर की मदद से गोदाम भिजवाया जाएगा। घटना के संबंध में उद्यान अधिकारी चेतन पाटिल को मालिक का पता करने के लिए कहा है। कार्रवाई रोकने के लिए किसी का दबाव नहीं आया। निगम नियमानुसार कार्रवाई करेगा।
इंदौर
बिना अनुमति लिए नौ हरे-भरे पेड़ काट दिए
- 01 Jul 2021